पूर्व मुखिया ने जलमीनार को बाउंड्री से घेरा
कटकमसांडी एक ओर भीषण गर्मी व चिलचिलाती धूप से क्षेत्र में पेयजल की समस्या से आम जनजीवन हल
कटकमसांडी : एक ओर भीषण गर्मी व चिलचिलाती धूप से क्षेत्र में पेयजल की समस्या से आम जनजीवन हलकान व परेशान हैं। वहीं दूसरी, ओर प्रखंड के ढौठवा पंचायत में मिनी जलमीनार को बाउंड्री वॉल कर कब्जा करने का एक मामला प्रकाश में आया है। यह जलमीनार आस पास के दर्जनों घरों का प्यास बुझाने का काम करती थी। लोग दूर दूर से साइकिल पर आकर डब्बे से पानी ले जाया करते थे। आज यह जलमीनार पूर्व मुखिया के कब्जे में है। ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्व मुखिया राजकुमार यादव ने सरकारी जमीन पर अवस्थित मिनी जलमीनार को चहारदिवारी से घेर कर गेट में ताला जड़ दिया है, जिससे गर्मी के इन दिनों में लोगों में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है। बता दें कि जिस जगह पर मिनी जलमीनार का निर्माण किया गया है। उससे से सटे एक पूर्वाहर तालाब है, जिसका रास्ता बाउंड्री वॉल से अवरूद्ध हो गया है। यह जलमीनार खाता नम्बर 66 प्लॉट नम्बर 402 सरकारी जमीन पर पीएचइडी द्वारा बनाया गया है। ढौठवा में एक और नया मिनी जलमीनार बन कर खड़ा है। मगर ठेकेदारों की लापरवाही से अब तक इस जलमीनार को चालू नहीं किया गया है। नतीजतन आस पास के ग्रामीणों को गंभीर पेयजल समस्या से जूझना पड़ रहा है। प्रखंड मुख्यालय से करीब 20 किमी. दूर ढौठवा पंचायत पूर्णरूपेण उग्रवाद प्रभावित है, जहां गर्मी में जल स्तर नीचे चले जाने से पेयजल की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इधर दबंग प्रवृति के होने के कारण पूर्व मुखिया राजकुमार यादव के खिलाफ कुछ भी बोलने से ग्रामीण डर रहे हैं। ग्रामीणों में भय का आलम यह है कि विगत एक माह से जलमीनार के गेट में ताला जड़े जाने के बाद भी ग्रामीण चुप्पी साधे हैं। अवैध रूप से चहारदीवारी निर्माण होने से तालाब तक पहुंच पथ बाधित हो गया है। पानी के लिए मवेशियों को भी दर दर भटकना पड़ रहा -- कोट--
अब तक इस बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। ग्रामीणों का चाहिए कि वह पेयजल स्वच्छता विभाग को लिखित रूप से सूचित जानकारी दें ताकि आवश्यक कार्रवाई हो सके।
अखिलेश कुमार, बीडीओ।