अनुबंधित स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से चरामराई स्वास्थ्य सेवाएं

संवाद सहयोगी हजारीबाग झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ की जिला इकाई के द्वारा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 09:20 PM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 09:20 PM (IST)
अनुबंधित स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से चरामराई स्वास्थ्य सेवाएं
अनुबंधित स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से चरामराई स्वास्थ्य सेवाएं

संवाद सहयोगी, हजारीबाग : झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ की जिला इकाई के द्वारा बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल किया गया। हड़ताल को लेकर सिविल सर्जन कार्यालय के समीप अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन भी अनुबंध स्वास्थ्यकर्मियों के द्वारा किया जा रहा है। धरना-प्रदर्शन सभा का नेतृत्व जिला सचिव सह राज्य के उपसचिव नवीन कुमार रंजन ने किया। जबकि जिला लेखा प्रबंधक भोला शंकर गुप्ता एवं संघ के जिलाध्यक्ष सुभाष सिंह ने सभा की संयुक्त अध्यक्षता की । वहीं हड़ताल के कारण जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्रों तक स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से चरमरा गई। धरना सभा को संबोधित करते हुए जिला सचिव नवीन कुमार रंजन ने सरकार पर संवेदेनहीन होने का आरोप लगाते हुए कहा कि चार अगस्त के सांकेतिक हड़ताल के बाद भी सरकार के द्वारा निर्णायक पहल नही की गई। इसके बाद झाखंड अनुबंधित पारा चिकित्साकर्मी संघ की राज्य कमिटी ने मजबूर होकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की । इस कारण अब जिले से लेकर प्रखंड तक के अनुबंध पर कार्यरत सभी स्वास्थ्यकर्मी अनिश्चितकालीन हडताल में रहकर कार्य बहिष्कार करेगें। इसकी सारी जबावदेही सरकार की होगी। मौके पर अनुबंध स्वास्थ्य कर्मियों ने सरकार की संवेदनहीनता को लेकर सरकार विरोधी नारे भी लगाए। संघ की मुख्य माँगों को लेकर जिलाध्यक्ष सुभाष सिंह ने बताया कि जिले के स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न संवर्गों में कार्य कर रहे सभी अनुबंध कर्मियों का एकमुश्त समायोजन किया जाए। समायोजन की प्रक्रिया पूरी होने तक सुप्रीम कोर्ट के निर्णयानुसार सभी स्वास्थ्य कर्मियों को समान काम के लिए समान वेतन दिया जाए। वहीं केंद्र की सरकार के द्वारा कोरोना संकट के काल में कोरोना योद्धाओं के लिए घोषित किए गए पचास लाख की बीमा का लाभ भी अनुबंध स्वास्थ्य कर्मियों को मिलनी चाहिए। वहीं मौके पर मौजूद अन्य वक्ताओं ने भी एकसुर से सरकार को संवेदनहीन बताते हुए मांगों को पूरी करने की बात कही। वहीं वक्ताओं ने कोरोना संकट काल में कार्यरत कोरोना योद्धा लैब टेक्नीशियन रंजीत कुमार की मौत होन पर उसके परिवार को पचास लाख की बीमा राशि का लाभ सहित अन्य लाभ सरकार के द्वारा प्रदान करने की मांग किया। गौरतलब है कि जिला स्वास्थ्य विभाग में जिला कार्यालय से लेकर प्रखंड कार्यालय तक आधे से ही अधिक करीब पांच सौ की संख्या में अनुबंधित स्वास्थ्य कर्मी हैे। ऐसे में इन कर्मियों के हडताल पर चले जाने के कारण जिले की स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से चरमरा गई। इन अनुबंध कर्मियों में जिला व प्रखंड के कार्यक्रम प्रबंधन इकाई , मेडिकल ऑफिसर व आयुष चिकित्सक, एनएनएम-जीएनएम, रेडियोलॉजिस्ट , फार्मासिस्ट, विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों के कंसलटेंट, डेटा इंट्री ऑपरेटर व अन्य कर्मी शामिल हैं। जिनके उपर महत्वूपर्ण विभागीय कार्य संचालन की जिम्मेवारी रहती है। अनिश्चित कालीन हडताल को लेकर आयोजित धरना प्रदर्शन में डॉ मुकेश चन्द्र झा, डीपीएम रविशंकर, डीडीएम दिवाकर अंबष्ठ, अस्पताल प्रबंधक मो शहनवाज, सन्नी राम , शहनवाज आलम, शमशाद हुसैन, फाूर्मासिस्ट देवाशीष मित्रा, शाहीद अली, तारिक जमील, संजीव सिन्हा, विनय कुमार, विष्णु कुमार,मनोज कुमार दास, जीएनएम फ्रिदा तिर्की, गीता रानी, मंजू, अर्पणा, अशोक,कौशल,मुरली,प्रमोद,और जिला सचिव झारखंड चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला सचिव ,विमल किशोर सिन्हा, जिला संरक्षक के. डी. सिंह , आईडीएसपी के रूपलाल गोप , सहित बडी संख्या में अनुबंधित कर्मी उपस्थित थे।

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