बेलवरण व नेत्रदान के बाद आज खुलेंगे पंडालों के पट

जेएनएनगुमला माता के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा कर गुरुवार को भक्तों ने उनसे अपनी सुख

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 07:09 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 07:09 PM (IST)
बेलवरण व नेत्रदान के बाद आज खुलेंगे पंडालों के पट
बेलवरण व नेत्रदान के बाद आज खुलेंगे पंडालों के पट

जेएनएन,गुमला : माता के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा कर गुरुवार को भक्तों ने उनसे अपनी सुख समृद्धि और स्वस्थ जीवन की कामना की। सभी पूजा स्थलों पर मां के छठे स्वरूप को श्रद्धा पूर्वक स्मरण किया गया और इस कोरोना काल में लोगों के स्वस्थ जीवन की कामना की गई। गुरुवार को ही बेल वरण पूजा भी किया गया। साथ ही गुमला के पूजा स्थलों पर यजमानों को पुरोहितों ने मां दुर्गा पूजा का संकल्प कराया। देवी का आह्वान किया। शुक्रवार से पुरोहित ही पूजा स्थलों पर मां की पूजा विधि संपन्न कराएंगे। अरमई उर्मी डुमरडीह पूजा समिति में आचार्य शिवराज पांडेय, सहयोगी आचार्य सुधीर कुमार पांडेय, सुशील कुमार पांडेय, प्रतीक कुमार पांडेय, महेश्वर दास ने यजमान अनिल सागर सिंह, संदीप प्रसाद, विकास कुमार सिंह, अरुण सिंह आदित्य कुमार आदि ने मां दुर्गा पूजा का संकल्प लिया। गुमला के पूजा पंडालों में भी षष्ठयादि कल्पारंभ की धार्मिक अनुष्ठान के बाद पूजा का संकल्प लिया। गुमला के श्री बड़ा दुर्गा मंदिर में रमेश कुमार चीनी, निर्मल गोयल आदि ने आचार्य यमुना पाठक के नेतृत्व में पूजा विधि आरंभ कराया गया। ज्योति संघ, शक्ति संघ, अरुणोदय संघ, विश्व भारती संघ, आदिशक्ति संघ, करौंदी पूजा समिति आदि स्थानों में पूजा पूजा की तैयारी पूरी कर ली गई। साज सजावट और मूर्ति निर्माण का काम पूरा कर लिया गया। शुक्रवार को महा सप्तमी की पूजा के बाद आम लोगों के दर्शन के लिए पंडाल का पट खोल दिया जाएगा।

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