घाघरा व कोटा नदी की बाढ़ में बहे दो लोग, मौत

संवाद सूत्र बिशुूनपुर ( गुमला) बिशुनपुर थाना क्षेत्र में घाघरा व कोटा नदी में दो लोग बह गए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 08:02 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 08:02 PM (IST)
घाघरा व कोटा नदी की बाढ़ में बहे दो लोग, मौत
घाघरा व कोटा नदी की बाढ़ में बहे दो लोग, मौत

संवाद सूत्र, बिशुूनपुर ( गुमला) : बिशुनपुर थाना क्षेत्र में घाघरा व कोटा नदी में दो लोग बह गए, जिसमें एक महिला और दूसरा पुरूष है। दोनों को शव एक दिन बाद नदी किनारे से ही पुलिस ने बरामद किया है। पहली घटना बनालात स्थित पुलिया विहीन घाघरा नदी में घटी, जहां कटिया गांव निवासी बलदेव उरांव (55) की मौत नदी में आई बाढ़ में बहने से हो गई। दूसरी घटना थाना क्षेत्र के सातों कोटा नदी में घटी। जहां सावनी देवी (60) की बाढ़ में बह जाने से मौत हो गई। कटिया गांव निवासी बलदेव उरांव अपने गांव कटिया से सोमवार को बनारी में लगने वाला साप्ताहिक हाट सामान लेने आया था। लौटने के दौरान पुलिया विहीन घाघरा नदी में बने चेक डैम के सहारे नदी पार कर रहा था, उसी दौरान पानी के तेज बहाव ने बलदेव उरांव को बहा कर अपने साथ ले गया। मंगलवार सुबह पत्नी सनमइत देवी ने पति के घर नहीं पहुंचने की सूचना गांव के लोगों को दी। ग्रामीणों ने घाघरा नदी जाकर शव की तलाश करना शुरू किया। चेक डैम से दो किलोमीटर दूर लीला डेरा नामक स्थान पर नदी के किनारे बालू में पड़े एक शव पर ग्रामीणों की नजर पड़ी। ग्रामीणों ने जब नजदीक जाकर देखा तो वह बलदेव का शव था। इसकी सूचना बिशनपुर थाना को दी गई। घटना की सूचना मिलने पर दोपहर करीब 12 बजे पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गुमला भेज दिया। जबकि सावनी देवी सोमवार की सुबह घर से विमरला सीमांत अपने खेत में घास निकालने के गई थी। देर शाम तक घर नहीं पहुंची तो उनकी भी खोजबीन शुरू हुई। मंगलवार सुबह सातों कोटा नदी किनारे ग्रामीणों ने सावनी का शव देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी गई ।

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कोयल नदी में डूबे युवक का तीसरे दिन भी पता नहीं चला

बसिया थाना क्षेत्र के टेंगरा जामटोली गांव निवासी एग्न्यासुस केरकेट्टा उर्फ शनिचर खड़िया रविवार शाम गुमला थाना क्षेत्र के कलिगा गांव से आने के दौरान नदी के तेज धार में बह गया है। नदी में बहे तीन दिन बीत जाने के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला। स्वजन व ग्रामीण एग्न्यासुस की तलास नदी में कर रहे है। इतना ही नदी के किनारे किनारे कई किलोमीटर तक ग्रामीण साईकिल से जाकर एग्न्यासुस की तलाश कर रहे है।

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