सरना कोड से आदिवासियों की बनेगी पहचान : भूषण
जागरण संवाददाता गुमला आदिवासी समाज के लिए सरना कोड उनकी खास पहचान बनेगी। सरना आदिवासी
जागरण संवाददाता, गुमला : आदिवासी समाज के लिए सरना कोड उनकी खास पहचान बनेगी। सरना आदिवासी एक लंबे समय से सरना कोड की मांग करते रहे हैं। आंदोलन करते रहे हैं। राज्य के पूर्ववर्ती रघुवर सरकार ने भी सरना कोड लागू करने की घोषणा की थी। विधायक भूषण तिर्की का कहना है कि सरना आदिवासियों को यह कोड मिलना चाहिए। जिसका वे समर्थन करते हैं। जनगणना में सरना आदिवासियों के लिए अलग से धर्म कोड का कोई प्रावधान नहीं है। इस कोड के लागू होने से जहां चीर परिचित मांग पूरी होगी वहीं आदिवासियों को एक नई पहचान भी मिलेगी। वे राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलेंगे। उन्हें स्मार पत्र देंगे। सरना कोड लागू करने की मांग करेंगे। विधायक ने कहा कि हमारी पार्टी सरना कोड लागू करने का समर्थन करती है। इसलिए इस कोड लागू कराने के लिए तन मन से प्रयास करुंगा। उन्होंने इस आशंका को खारिज का दिया कि आदिवासियों को सरना कोड मिलने से किसी को तकलीफ होगी। आदिवासियों को इस कोड के मिलने से उनकी एकता और मजबूत होगी। हमारी सरकार आदिवासियों को एकजुट रखने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
लागू हो सरना कोड : जिग्गा मुंडा
सिसई के झामुमो विधायक जिग्गा सुसारन होरो उर्फ जिग्गा मुंडा का कहना है कि सरना कोड लागू होना चाहिए। कहा कि सरना कोड से सरना आदिवासियों को खास पहचान मिलेगी। उनमें सरना धर्म के प्रति आस्था का भाव पैदा होगा। हेमंत सरकार सरना कोड लागू करने के लिए न सिर्फ समत है बल्कि गंभीर भी है। सरना आदिवासी को मिलने वाली पहचान से किसी को कोई नुकसान नहीं होगी कोई आपत्ति नहीं होगी।