मरीजों की सेवा ही पहला धर्म, बच्चों को खुद से रखती है दूर

सवांद सूत्र बसिया (गुमला) बसिया प्रखंड में कोरोना से मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है ऐ

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 09:36 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 09:36 PM (IST)
मरीजों की सेवा ही पहला धर्म, बच्चों को खुद से रखती है दूर
मरीजों की सेवा ही पहला धर्म, बच्चों को खुद से रखती है दूर

सवांद सूत्र बसिया (गुमला) : बसिया प्रखंड में कोरोना से मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है, ऐसे में एएनएम सुषमा कुमारी अपने छोटे-छोटे बच्चों से दूर एक स्वास्थ्यकर्मी का धर्म निभाते हुए दिन रात सेवा दे रही है। उसका कहना है कि पिछले एक साल से बिना छुट्टी लगातार कोरोना काल में ड्यूटी कर रही हैं। कोरोना संक्रमण के कारण उन्होंने पारिवारिक कार्यक्रमों में भी जाना छोड़ दिया है। सारा ध्यान लोगों की सेवा और इलाज में लगा रही हैं। जब पिछले वर्ष जून माह में बसिया प्रखंड में पहला संक्रमण का मामला आया था। उस दौरान संक्रमित व्यक्तियों को क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा था। उस समय लगातार एक माह तक घर-परिवार व बच्चों को छोड़कर ड्यूटी पर तैनात रहीं। जब क्वारंटाइन सेंटर में ड्यूटी लगा तब मन में काफी भय था। जब ड्यूटी के लिए घर से सारा सामान लेकर निकल रही थी तो मन भयभीत था, लेकिन अपने फर्ज को निभाने के लिए निकल पड़ी। आज कोरोना के इस जंग में फिर अपनी सेवा मरीजों को दे रही हूं। बच्चों को रखती हूं खुद से दूर सुषमा के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। जब वह घर जाती हैं तो वो उनसे बच्चे मिलना चाहते हैं, लेकिन सुषमा की कोशिश होती है कि वह बच्चों को खुद से दूर ही रखें। वह बताती हैं कि जब काम खत्म होने के बाद घर जाती हैं तो बच्चे व परिवार के लोग उनसे मिलना चाहते हैं, लेकिन सबकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वह कुछ देर अलग रहती हैं। जब वह महसूस करती हैं कि वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं, तब ही अपने परिवार व बच्चों से मिलती हैं।

सुषमा बताती हैं कि जब से उन्होंने लोगों की कोरोना में सेवा करनी शुरू की है, तब से वह किसी भी पारिवारिक कार्यक्रम में नहीं गई हैं। साथ ही भीड़-भाड़ वाले इलाकों में भी वह नहीं जाती हैं, जिससे उनकी वजह से दूसरों में कोरोना संक्रमण न फैले।

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