ग्रामीणों ने स्वास्थ्य कर्मियों को खदेड़ा

लीड सर्दी खांसी बुखार से पीड़ित है गांव के दर्जनों ग्रामीण लाठी-डंडा लेकर दौड़ा संवाद स

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 09:55 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 09:55 PM (IST)
ग्रामीणों ने स्वास्थ्य कर्मियों को खदेड़ा
ग्रामीणों ने स्वास्थ्य कर्मियों को खदेड़ा

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सर्दी, खांसी, बुखार से पीड़ित है गांव के दर्जनों ग्रामीण, लाठी-डंडा लेकर दौड़ा

संवाद सूत्र, बिशुनपुर ( गुमला) : बिशुनपुर प्रखंड में कोरोना विकराल राल रूप लेता जा रहा है। जिसको रोकने के लिए प्रखंड प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग सीमित संसाधनों के साथ इस वैश्विक महामारी में लोगों को बचाने में जुटी है। गांव में कोरोना को लेकर फैल रही झूठी अफवाह अब धीरे-धीरे उग्र रुप लेता जा रहा है जिससे गांव जाकर स्वास्थ्य कर्मियों को काम करने में काफी कठिनाई हो रही है। गलत अफवाह के कारण ग्रामीण स्वास्थ्य कर्मी को टांगी व लाठी का भय दिखाकर गांव से खदेड़ रहे हैं। प्रखंड मुख्यालय से दो किलोमीटर दूर पर स्थित कूबाटोली गांव में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की एएनएम गांव के लोगों को वैक्सीन देने के लिए पहुंची तो वहां की महिलाओं द्वारा एएनएम को लाठी पकड़कर मारने के लिए दौड़ाना शुरू कर दिया। जिससे एएनएम डर कर गांव से भाग गई।

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सर्वे का काम भी रोका ग्रामीणों ने

ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों द्वारा वैक्सीन का विरोध किए जाने की खबर जब प्रखंड प्रशासन को लगी तो गांव में वैसे लोगों का सर्वे कराने का विचार किया गया जो लोग गांव में सर्दी, खांसी, बुखार , बदन दर्द से पीड़ित थे। इस का में प्रखंड प्रशासन ने आंगनबाड़ी सेविकाओं को लगाया गया। ताकि गांव में बीमार लोगों की सूची तैयार की जा सके। मंगलवार को प्रखंड के छाता सराय गांव में जब सेविका ग्रामीणों के बीच सर्वे करने पहुंची तो गांव के कुछ लोगों ने सेविकाओं को मारने के लिए अपने अपने घरों से टांगी निकाल ली और सेविकाओं को दौड़ाने लगे।

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सामूहिक रुप से लिया गया निर्णय

टिटिहि गांव में ग्रामीणों के द्वारा सामूहिक रूप से बैठक कर निर्णय लिया गया कि सभी लोग कोरोना से संबंधित किसी प्रकार का सर्वे नहीं करने देंगे और ना ही वैक्सीन लेंगे। अफवाह के कारण ग्रामीण काफी उग्र हो गए हैं। जिस कारण वैक्सीनेशन का काम काफी प्रभावित हो रहा है। इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी छंदा भट्टाचार्य ने बताया गया कि जब प्रखंड के लोग वैक्सीन एवं जांच का विरोध करने लगे और लगभग सभी गांव में सर्दी खासी ,जुकाम ,बदन दर्द जैसे बीमारी की शिकायत मिलने लगी तो प्रशासन के द्वारा सर्वे का काम प्रारंभ किया गया ताकि जहां अधिक समस्या होगी वहां पर स्वास्थ्य कैंप लगाकर लोगों का जांच करा कर उपचार किया जाएगा। इस कारण वैक्सीन से भयभीत है लोग

लापू गांव की एक महिला ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कैंप लगाकर 45 साल से ऊपर के लोगों को पहला वैक्सीन का डोज दिया गया था। जिसके बाद गांव के कई बुजुर्ग बीमार हो गए हैं और अब तक ठीक नहीं हुए हैं। कई की हालत काफी गंभीर है जिससे गांव के लोग डरे हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि वैक्सिग लेने के बाद लोग बीमार पड़ रहे हैं। जिससे काफी परेशानी हो रही है।

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