काफी जद्दोजहद के बाद सेवानिवृत्त एसआइ को मिली दो गज जमीन
संसू बिशुनपुर (गुमला) बिशुनपुर प्रखंड निवासी सेवानिवृत्त सब इंस्पेक्टर ऐलकसूस लकड़ा को अ
संसू, बिशुनपुर (गुमला) : बिशुनपुर प्रखंड निवासी सेवानिवृत्त सब इंस्पेक्टर ऐलकसूस लकड़ा को आखिरकार मृत्यु के 20 घंटे बाद रविवार को दो गज जमीन नसीब हुआ। वो भी काफी जद्दोजहद के बाद। ग्रामीणों में डर अंदर तक घर कर गया है कि संक्रमित के शव के अंतिम संस्कार से भी कोरोना फैल जाएगा। इस कारण रविवार से ही वे शव दफनाने का विरोध कर रहे थे। सोमवार को प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में शव ऐलकसूस लकड़ा के पैतृक गांव जोरी में दफनाया गया। इसके बाद जैसे ही प्रशासनिक अधिकारी जोरी से लौटे। ग्रामीण फिर शव को हटाने पहुंच गए। स्वजनों ने अधिकारियों को इसकी सूचना दी तो प्रशासनिक अधिकारी फिर लौटे और ग्रामीणों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। मालूम हो कि प्रखंड प्रशासन ने कोरोना संक्रमितों के मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए मूदार डैम में स्थान दिया है। यहां अबतक तीन शवों का अंतिम संस्कार हो चुका है। रविवार को जब सेवानिवृत्त सब इंस्पेक्टर ऐलकसूस लकड़ा का शव लेकर स्वजन पहुंचे तो ग्रामीणों विरोध करने लगे। उन्हें अंतिम संस्कार नहीं करने दिया। इसी तरह स्वजन जब शव लेकर दफनाने जेहन गुटवा, चेड़ा व बहेरा डीपा गांव गए तो वहां भी ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार नहीं करने दिया। बताया गया कि ऐलकसूस लकड़ा की रविवार को कोरोना के कारण गुमला सदर अस्पताल में मौत हो गई थी। उसके बाद स्वजन ट्रैक्टर में लाद कर शव प्रखंड मुख्यालय ले गए। जहां रातभर शव ट्रैक्टर पर ही पड़ा रहा, सुबह प्रशासनिक अधिकारी सक्रिय हुए तो विरोध के बीच शव दफनाया गया।
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कोट---
मौत गुमला सदर अस्पताल में हुई और मुझे वहां से सूचना नहीं मिली। ग्रामीणों ने जब विरोध किया तो सूचना मिली। तबतक रात हो चुकी थी। इस कारण रविवार को शव का अंतिम संस्कार नहीं हुआ। प्रखंड प्रशासन ने सोमवार को मृतक के पैतृक गांव जोरी में अंतिम संस्कार करा दिया है।
- छंदा भट्टाचार्य, प्रखंड विकास पदाधिकारी, बिशुनपुर