मनरेगा अभिसरण से रैन वॉटर हार्वेस्टिग कर वर्षा जल का होगा संरक्षण
संवाद सहयोगी गुमला मनरेगा अभिसरण से रैन वाटर हार्वेस्टिग कर जल संरक्षण का कार्य किया ज संवाद सहयोगी गुमला मनरेगा अभिसरण से रैन वाटर हार्वेस्टिग कर जल संरक्षण का कार्य किया ज संवाद सहयोगी गुमला मनरेगा अभिसरण से रैन वाटर हार्वेस्टिग कर जल संरक्षण का कार्य किया ज संवाद सहयोगी गुमला मनरेगा अभिसरण से रैन वाटर हार्वेस्टिग कर जल संरक्षण का कार्य किया ज
संवाद सहयोगी, गुमला : मनरेगा अभिसरण से रैन वाटर हार्वेस्टिग कर जल संरक्षण का कार्य किया जाएगा। मनरेगा में अब तक तालाब, कुआं, डोभा, चेकडैम आदि का निर्माण कर जल संरक्षण का काम किया जाता था। लेकिन अब रैन वाटर हार्वेस्टिग को अपनाकर जल संरक्षण का कार्य किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत व प्रखंड में पांच-पांच सरकारी भवन का चयन कर वहां रैन वाटर हार्वेस्टिग का काम किया जाएगा। इस संबंध में सहायक परियोजना पदाधिकारी रजनीकांत ने बताया कि सभी बीडीओ को निर्देश दिया जा चुका है। सरकारी भवनों का चयन कर जल्द ही उन भवनों के छत पर गिरने वाले बारिश के पानी का संरक्षण करने का काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस कार्य में मजदूरी का भुगतान मनरेगा की राशि से जबकि मैटेरियल्स का खर्च 15वें वित्त आयोग की राशि से की जाएगी। रैन वाटर हार्वेस्टिग से भूमिगत जल स्तर उंचा रहेगा और सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न होने की संभावना कम होगी। उन्होंने बताया कि इसके अलावा हरेक टोला में आवश्यकतानुसार सोकपिट बनाया जाएगा। विशेषकर जहां हैंडपंप या छोटे जलमीनार बनाए गए हैं उन स्थानों पर साकपिट तैयार किया जाएगा।