करोड़ों का आइटीआइ कालेज, नामांकन को तरस रहे छात्र

संवाद सूत्र जारी (गुमला) गुमला जिला के जारी प्रखंड में वर्ष 2016 में करोड़ों रुपये की लागत से

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 10:11 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 10:11 PM (IST)
करोड़ों का आइटीआइ कालेज, नामांकन को तरस रहे छात्र
करोड़ों का आइटीआइ कालेज, नामांकन को तरस रहे छात्र

संवाद सूत्र, जारी (गुमला) गुमला जिला के जारी प्रखंड में वर्ष 2016 में करोड़ों रुपये की लागत से आइटीआइ कालेज का निर्माण हुआ। कालेज के निर्माण होने से यहां के छात्रों को यह आस जगी कि अब दूसरे राज्य या जिला में जाकर आइटीआइ की शिक्षा नहीं लेनी होगी। लेकिन तकनीकी खामियां, शिक्षकों की कमी व विभागीय लापरवाही के कारण अब तक कालेज में एक भी नामांकन नहीं हो पाया है। कालेज का उद्घाटन तक नहीं हो पाया है। यह प्रखंड परमवीर चक्र से नवाजे गए शहीद अल्बर्ट एक्का का जन्म भूमि है। ऐसे वीर शहीद के प्रखंड से विकास की धारा कोसों दूर अब भी नजर आ रही है। प्रखंड में रहने वाले छात्र दूसरे राज्यों व जिलों में जाकर आईटीआई की शिक्षा ले रहे है, जिससे इन छात्रों को आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ रहा है। अगर प्रखंड में आईटीआई कालेज की शुरुआत हो जाती तो अपने घर में रहकर ये छात्र शिक्षित हो सकते थे। जारी प्रखंड बनने के बाद वर्ष 2014 में आइटीआइ कालेज भवन का निर्माण शुरू हुआ था। कालेज को बने चार वर्ष बीत जाने के बाद भी विभाग इसे शुरू नहीं करा पाया है।

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यह कहते हैं छात्र

छात्र विक्रम लकडा़, मिलन कुजूर व सुनित एक्का बताया कि दूसरे जिला एवं राज्य में पढ़ाई के लिए जाने पर उन्हें हॉस्टल, मेस व वाहन किराया का अतिरिक्त खर्च वहन करना पड़ता है। अगर जारी का आईटीआई कालेज में पढ़ाई शुरू हो जाती तो इन खर्चों से छात्र को मुक्ति मिलती। जारी के आईटीआई कालेज में सरकार की पहल पर पढा़ई शुरू होती हैं, तो आर्थिक रुप से कमजोर छात्र भी

आईटीआई में शिक्षित होकर अपने पांव पर खड़े हो सकते।

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