परमवीर अल्बर्ट एक्का की 50वीं पुण्यतिथि आज
निर्मल सिंह गुमला गुमला का गौरव परमवीर अल्बर्ट एक्का का 50 वीं पुण्य तिथि शुक्रवार को मनाया
निर्मल सिंह, गुमला : गुमला का गौरव परमवीर अल्बर्ट एक्का का 50 वीं पुण्य तिथि शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस अवसर पर गुमला जिला मुख्यालय से परमवीर के पैतृक गांव जारी तक सरकारी, गैर सरकारी और राजनीतिक दल के नेता परमवीर को माल्यार्पण करेंगे और उनके शहादत को नमन करेंगे। गुमला के परमवीर अल्बर्ट एक्का स्टेडियम स्थित प्रतिमा पर नगर परिषद की ओर से श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं जहां जिला के वरीय अधिकारी परमवीर को माल्यार्पण करेंगे। राजनीतिक एवं सामाजिक संगठन के सदस्य भी माल्यार्पण करेंगे। चैनपुर स्थित परमवीर के प्रतिमा पर पूर्व सैनिक सेवा परिषद की ओर से जेम्स रोजारियो तिग्गा के नेृतत्व में माल्यार्पण किया जाएगा। पूर्व सैनिक चैनपुर से परमवीर के पैतृक घर जारी जाएंगे। वहां परमबीर के समाधि पर माल्यार्पण करेंगे और उनके परिजनों से मुलाकात करेंगे। गुरुवार को प्रतिमा स्थल की साफ सफाई की गई। गुमला के गौरव लांस नायक परमवीर अल्बर्ट एक्का
अविभाजित बहार राज्य के अति पिछड़ा आदिवासी बहुल गांव जारी में पिता जूलियस एक्का और माता मरियम एक्का के घर 27 दिसंबर 1942 को जन्मे बालक अल्बर्ट एक्का के कर्म और शहादत के लिए आज गुमला गौरवान्वित महसूस कर रहा है। अल्बर्ट बचपन से ही जुझारु प्रवृत्ति के थे। वे हाकी के अच्छे खिलाड़ी थे। पतराटोली में उनकी प्राथमिक शिक्षा और भीखमपुर में मिडिल स्कूल की पढ़ाई की। फौज में जाने की उसकी इच्छा दिसंबर 1962 में पूरी हो गई। दायित्व क्षमता, अनुशासन, कर्तव्य निर्वहन को देखते हुए इन्हें ट्रेनिग में ही लांस नायक का पद हासिल हो गया। वर्ष 1971 में हुए भारत पाक युद्ध आरंभ हुआ तब अल्बर्ट मात्र 29 वर्ष के थे। अदभ्य साहस का परिचय देते हुए लांस नायक अल्बर्ट ने दुश्मनों का सामना करते हुए वीर गति को प्राप्त हो गए। वीरता पूर्वक शहदत के लिए लांस नायक अल्बर्ट एक्का को मरणेपंरांत परमवीर चक्र प्रदान किया गया। यह एकीकृत बिहार में मरणोपरांत परमवीर चक्र का सम्मान पाने वाले वे पहले वीर सपूत थे। स्मारक अब भी है अधूरा : परमवीर चक्र विजेता लांस नायक अल्बर्ट एक्का की समाधि स्थल पर शौर्य स्मारक अब भी अधूरा है। परमवीर की वीर नारी बलदीना एक्का की भी इच्छा थी कि जारी में परमवीर का शौर्य स्मारक बने। वर्ष 2015 में राज्य की तत्कालीन सरकार ने शहीद के सम्मान में शहादत के 44 साल बाद वर्ष 2015 में अगरतला स्थित अल्बर्ट एक्का के समाधि स्थल से मिट्टी मंगवाई थी और अल्बर्ट एक्का की 44 वीं शहादत दिवस पर स्मारक का नींव रखा गया था। जो अब भी अधूरा है।