एड्स रोगियों को मिलेगा पेंशन योजना का लाभ

संवाद सूत्रगुमला झारखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति के तहत गुमला सदर अस्पताल में लगभग डेढ़ द

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 09:16 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 09:16 PM (IST)
एड्स रोगियों को मिलेगा पेंशन योजना का लाभ
एड्स रोगियों को मिलेगा पेंशन योजना का लाभ

संवाद सूत्र,गुमला : झारखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति के तहत गुमला सदर अस्पताल में लगभग डेढ़ दशक पूर्व वर्ष 2006 में समेकित काउंसलिग एवं जांच केंद्र (आईसीटीसी ) आरंभ हुआ। तब से अब तक लगभग 90 हजार से अधिक लोगों का एचआईवी जांच की गई है। जिसमें अब तक गुमला जिला में 214 पॉजिटिव केस पाए गए हैं। परामर्शी युगांत दूबे के अनुसार जिला की कुल आबादी के अनुपात में जांच काफी कम हैं लेकेनि जांच के अनुपात देखा जाए तो गुमला में पॉजिटिव केस सामान्य है। फिर भी एड्स के बचाव के लिए जन जागरूकता जरूरी है। जांच भी जरूरी है। एड्स रोगियों के लिए केन्द्र सरकार पेंशन योजना लागू की है। इस योजना के तहत गुमला जिला से लगभग बीस लोगों को लाभ मिल रहा है। योजना का लाभ लेने के लिए अन्य संक्रमित लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। यह योजना का लाभ संक्रमित व्यक्ति के इच्छा पर निर्भर करता है। जानकारी के अनुसार अब तक प्रतिमाह एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि मिल रहा है लेकिन केन्द्र सरकार इसे बढ़ाकर दो हजार कर दिया है। वर्ष 2011 में 11.187 हजार लोगों का किया गया एचआईवी जांच

वर्ष 2011 में जनवरी माह से अब तक कुल 11 हजार 187 लोगों का एचआईवी जांच किया गया है। जिसमें 6003 गर्भवती महिला और 5184 सामान्य रोगियों का जांच किया गया है। परामर्शी युगांत दूबे के अनुसार गर्भवती महिलाओं का शत प्रतिशत जांच किया जाता है जबकि सामान्य रोगी चिकित्सक के अनुशंसा पर जांच कराते हैं। इस वर्ष दो गर्भवती महिलाएं पॉजिटिव पायी गई थी जिनका चिकित्सकों ने सुरक्षित प्रसव कराया। जच्चा बच्चा दोनों का इलाज चल रहा है। सामान्य रोगियों में इस वर्ष एक महिला और पांच पुरुष एचआईवी संक्रमित पाए गए हैं।

एटीआर से जीवन होता है लंबा : एड्स एक लाइलाज बीमारी है। संक्रमित व्यक्ति का मौत तय है लेकिन एटीआर दवा से जीवन को लंबा किया जाता है। गुमला जिला में 214 पॉजिटिव केस में से लगभग आठ लोगों की मौत हो चुकी है जबकि शेष लोगों को गुमला एटीआर केंद्र से दवा दिया जा रहा है। एटीआर केन्द्र गुमला में आरंभ होने से एचआईवी रोगियों को अब रिम्स आने जाने की परेशानी नहीं होती है। हर छह माह में संक्रमित रोगियों का रिम्स में सीडी फोर जांच कराया जाता है।

बसिया व घाघरा में आरंभ होगा आइसीटीसी सेंटर : सदर अस्पताल और भरनो पीएचसी दो आईसीटीसी सेंटर है दो और पीएचसी बसिया और घाघरा में भी जल्दी ही आईसीटीसी सेंटर का शुभारंभ होना है। हालांकि जांच अभी सभी पीएचसी में हो रहा है।

रेड रीबन लगाकर मनाया जाएगा एड्स दिवस : गुमला में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर बुधवार को चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों के बीच रेड रीबन लगाया जाएगा। आईसीटीसी महिला परामर्शी केन्द्र में मंगलवार के रेड रीबन की तैयारी की जा रही थी। युगांत दूबे ने कहा कि सोसायटी की ओर से कोर्य कार्यक्रम का निर्देश प्राप्त नहीं है। पॉलटेक्निक कालेज में एचआईवी के खिलाफ मानव श्रृखंला बनाकर लोगों को जागरूक करने की तैयारी की गई है।

कोट

एचआइवी संक्रमण का कारण प्रवासी मजदूर है। ग्रामीण क्षेत्र में रोगियों की संख्या अधिक है। ग्रामीण क्षेत्र में एड्स जन जागरूकता अभियान की जरूरत है। जांच के लिए ग्रामीण् क्षेत्रों में कैंप लगाने की जरूरत है।

युगांद दूबे, परामर्शी

आइसीटीसी-गुमला।

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