तीसरी लहर को देखते हुए 1055 बेड की जिले में है व्यवस्था

जागरण संवाददाता गुमला झारखंड विधानसभा की प्राक्कलन समिति का दो दिवसीय दौरा के तहत मंगलवा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 08:42 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 08:42 PM (IST)
तीसरी लहर को देखते हुए 1055 बेड की जिले में है व्यवस्था
तीसरी लहर को देखते हुए 1055 बेड की जिले में है व्यवस्था

जागरण संवाददाता, गुमला : झारखंड विधानसभा की प्राक्कलन समिति का दो दिवसीय दौरा के तहत मंगलवार को गुमला आगमन हुआ। समिति के सभापति दीपक बिरुआ तथा सदस्य लंबोदर महतो ने गुमला परिसदन में जिले में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की। बुधवार को समिति द्वारा स्थल अध्ययन के तहत संचालित योजनाओं का भौतिक निरीक्षण किया जाएगा। समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग को कोविड की संभावित तीसरी लहर से बचाव व रोकथाम हेतु पूर्व तैयारी का निर्देश दिया गया। जिसपर सिविल सर्जन डॉ राजू कच्छप द्वारा जानकारी दी गई कि जिले में कोविड-19 से प्रभावित होने वाले मरीजों के समुचित ईलाज हेतु 1055 बेड उपलब्ध हैं, जिसमें से 742 बेड जिला अस्पताल में तथा शेष 313 बेड प्राईवेड अस्पतालों में व्यवस्थित किए गए हैं। वहीं सरकारी अस्पतालों में सामान्य बेडों की संख्या 220 है तथा प्राइवेट अस्पतालों में सामान्य बेडों की संख्या 154 है। इसके साथ ही 552 ऑक्सीजन युक्त बेड सरकारी अस्पतालों में व 32 प्राईवेट अस्पतालों में उपलब्ध हैं। कोविड से बचाव हेतु अब तक गुमला जिले में 07 लाख 28 हजार निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध 04 लाख 55 हजार लोगों को प्रथम डोज व 01 लाख 03 हजार 822 लोगों को द्वितीय डोज दिया गया है। जिले में कोविशील्ड के 1615 वायल व कोवैक्सीन के 1232 वायल उपलब्ध हैं। जिले में डीआरडीओ के माध्यम से पीएसए प्लांट की अदिष्ठापना अपने अंतिम चरणों में है। जिले में 09 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा 14 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। इसके साथ ही पथ प्रमंडल, विशेष प्रमंडल, शिक्षा विभाग, खनन,नगर परिषद, आपूर्ति, कृषि, पशुपालन, सहकारिता, जिला समाज कल्याण, वन पर्यावरण, भवन निर्माण प्रमंडल, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, श्रम नियोजन प्रशिक्षण विभाग, परिवहन विभाग, ऊर्जा विभाग के कार्यों की भी समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

बैठक में समिति के सभापति दीपक बिरूआ सहित सदस्य लंबोदर महतो, उप विकास आयुक्त संजय बिहारी अंबष्ठ, वन प्रमण्डल पदाधिकारी श्रीकांत, परियोजना निदेशक आईटीडीए इंदु गुप्ता, अपर समाहत्र्ता सुधीर कुमार गुप्ता, सिविल सर्जन डॉ.राजू कच्छप, सदर अनुमंडल पदाधिकारी रवि आनंद समेत संबंधित विभागों के पदाधिकारी व कार्ययपालक अभियंता उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी