तीसरी लहर की आशंका को लेकर अस्पतालों में तैयारी शुरू

जागरण संवाददाता गुमला कोरोना संक्रमण ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। ऐसे में तीस

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 08:02 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 08:02 PM (IST)
तीसरी लहर की आशंका को लेकर अस्पतालों में तैयारी शुरू
तीसरी लहर की आशंका को लेकर अस्पतालों में तैयारी शुरू

जागरण संवाददाता, गुमला : कोरोना संक्रमण ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। ऐसे में तीसरी लहर के अगस्त के अंतिम में आने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में जिले में पूरी तैयारी की जा रही है। अस्पताल, सामुदायिक केंद्र आदि का निरीक्षण लगातार किया जा रहा है। खासकर बच्चा वार्ड को सभी सुविधाओं से लैस रखा गया है। दूसरी लहर में अस्पताल में आक्सीजन की कमी नहीं हुई थी। लेकिन इस बार और अधिक आक्सीजन की व्यवस्था की गई है।

जिला प्रशासन गुमला द्वारा सदर अस्पताल के ऊपरी तल्ले में चाइल्ड फ्रेंडली बच्चा वार्ड बनाया गया है। सदर अस्पताल में कुल 110 बेड है, जिसमें से 36 बच्चा वार्ड में संधारित है। बच्चा वार्ड के 36 बेडों में से पीआइसीयू के 19 बेडों को आक्सीजन पाइपलाइन के माध्यम से जोड़ा गया है। पीआइसीयू के शेष 17 बेडों को आक्सीजन कंस्ट्रेटर के माध्यम से जोड़ा गया है। सदर अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए 74 बेड तथा बच्चों के लिए 36 बेड संधारित किया गया है। इन सभी बेडों में नियमित आक्सीजन आपूर्ति के लिए पीएसए प्लॉट की अधिष्ठापना की गई है। आक्सीजन अधिष्ठापना प्लांट में फायर सेफ्टी किट संधारण का कार्य प्रगति पर है। पीआइसीयू वार्ड में आक्सीजन, वेंटीलेटर, आक्सीजन गैस पाइप लाईन संधारित है। पीआइसीयू वार्ड को चाईल्ड फ्रेंडली बनाने के लिए मनोरंजन के उद्देश्य से टेलीविजन, कॉमिक्स बुक, इंडोर खेल, लूडों, कैरम बोर्ड आदि की व्यवस्था की जा रही है। सदर अस्पताल परिसर में कोविड केयर सेंटर, चाइल्ड फ्रेंडली पीआईसीयू वार्ड में सेल्फी प्वाइंट बनाया गया है। पीआईसीयू वार्ड में आपात स्थिति में विद्युत आपूर्ति नियमित रखने के लिए अतिरिक्त जेनरेटर का व्यवस्था की गई है। बच्चा वार्ड में बच्चों के भर्ती होने पर उनके साथ अटेंडेंट को रहने के लिए अतिरिक्त स्थान चिन्हित किया जा रहा है। अपर समाहर्ता सह नोडल पदाधिकारी सुधीर कुमार गुप्ता ने बताया कि छह चिकित्सकों को आइसीयू आपरेट करने का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। सदर अस्पताल में 105 आक्सीजन सिलेंडर और प्रखंडों में 68 आक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता है। जिला में 329 आक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध है। जिसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी वितरित कर दिया गया है।

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