जीवन की सफलता में पिता की होती है अहम भूमिका : सुमति
प्रेम कुमार सिंहभरनो(गुमला) पिता अपने बच्चों का जन्मदाता और भाग्य विधाता होते हैं। जीवन में सफ
प्रेम कुमार सिंह,भरनो(गुमला): पिता अपने बच्चों का जन्मदाता और भाग्य विधाता होते हैं। जीवन में सफलता पाने में पिता की अहम भूमिका होती है। अंतरराष्ट्रीय फुटबाल खिलाड़ी सुमति कुमारी भी अपनी सफलता का सारा श्रेय अपने पिता फिरु उरांव को देना चाहती है। भरनो प्रखंड के लोडंरा गांव से अंतरराष्ट्रीय फुटबाल खिलाड़ी बनने तक का सफर में पिता ही मार्गदर्शक हैं। सुमति उरांव का चयन सीनियर महिला फुटबॉल इंडिया टीम में एएफसी महिला एशियन कप 2022 के लिए हुआ है। साथ ही अंडर 17 महिला फुटबाल वल्ड कप के लिए भी चयन हुआ है। सुमति उरांव अंतरराष्ट्रीय फुटबाल खिलाड़ी है , भरनो प्रखंड के एक छोटे से गांव की आदिवासी लड़की है । सुमति कुमारी ने बताती है कि उसके पिता ़िफरु उरांव बहुत ही गरीबी में पढ़ाने लिखाने का काम किया है। गांव के ही सरकारी स्कूल में प्राथमिक शिक्षा पूरी हुई, पढ़ाई के साथ-साथ स्कूल स्तर पर होने वाले खेल कूद में भी हिस्सा लेती रही । छठवीं कक्षा में थी तभी बाल समागम प्रतियोगिता में विद्यालय स्तर से लेकर राज्य स्तर पर लौंग जंप में राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त की थी। पिता ने प्रतिभा को पहचाना और खेल के क्षेत्र में आगे जाने के लिए प्रेरित किया। गरीब परिवार में होने के कारण विद्यालय में बने एमडीएम का खाना खाकर खेल में अपनी प्रतिभा दिखाने का काम करती रही। पिता फीरु उरांव अशिक्षित होते हुए भी आसपास के बाजार हाटों में जाकर सूखा मछली बेचकर और खेती बाड़ी में कड़ी मेहनत करके मुझे पढाया लिखाया और इस काबिल बनाया की अपना भविष्य खुद ही संवार सकूं। लोडंरा विद्यालय में फुटबॉल खेलने के बाद वह करौंदाजोरी स्थित छाता पहाड़ स्कूल में आगे की पढ़ाई पढ़ने लगी उस समय विद्यालय की तरफ से फुटबॉल मैच का आयोजन किया गया था। जिसमें वह अपना खेल का प्रदर्शन की थी। गुमला संत पात्रिक विद्यालय के फादर रामू भीमसेन मिज भी उस दौरान वहां मौजूद थे। उन्होंने मेरा खेल प्रतिभा को देखकर मुझे संत पात्रिक विद्यालय गुमला ले गए और मेरी यहीं से अपनी आगे की पढ़ाई करवाने लगे। धीरे धीरे मुझे बाहर जाने का अवसर मिलने लगा। 2017 में ओडिशा नेशनल टीम में जाने का मौका मिला। 2019 में अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में भारत और बांग्लादेश के बिच भूटान में खेल हुआ जिसमें सफलता मिली। 2020 में तुर्की विदेश में भी मैत्री फुटबॉल मैच में भारत की प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला। 2019 में ही अंडर 17 भारतीय महिला फुटबॉल टीम में चयन हुआ था।बाद में सीनियर महिला फुटबॉल टीम में भी चयन हुआ है। सुमति अभी एएफसी महिला एशियन कप 2022 का विशेष तैयारी कर रही है। एएफसी महिला एशियन कप 2022 जीतने और इतिहास रचने का काम करेगी और अपने पिता के साथ परिवार व गुमला जिला और देश का नाम रौशन करेगी।