लाकडाउन का दिखा व्यापक असर, सड़कों में छायी रही विरानी
गुमला कोरोना संक्रमण के चैन को तोड़ने के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन आदेश
गुमला : कोरोना संक्रमण के चैन को तोड़ने के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन आदेश का गुमला में व्यापक असर देखा गया। गुमला में विरानी छायी रही। दुकानों के शटर गिरे रहे। सड़कों में सन्नाटा पसरा रहा। इक्के-दुक्के मोटरसाइकिल को छोड़ दिया जाए तो तीन पहिया और चार पहिया वाहन भी नहीं चले। बसों का परिचालन पहले से ही बंद है। तीन पहिया वाहनों के नहीं चलने से राहगीरों और मजदूरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। ईंट भट्टा से लौट रहे मजदूरों को गठरी सिर पर लादकर अपने घर तक पैदल जाना पड़ा।
ज्ञात हो कि कोरोना संक्रमण के चैन को तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को अवधि विस्तार करते हुए लॉकडाउन में छूट दी है। दुकानों के खोलने के समय को दो बजे से बढ़ाकर चार बजे तक कर दिया गया है लेकिन शनिवार के चार बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक संपूर्ण लॉकडाउन का आदेश जारी किया है। इस आदेश के अनुपालन में पुलिस बल को मेहनत नहीं करनी पड़ी। लोग स्वत:स्फूर्त अपनी दुकानें बंद रखे। हालांकि पुलिस पहले की तरह जगह-जगह तैनात थे लेकिन लाकडाउन के अनुपालन में उन्हें मेहनत नहीं करनी पड़ी। गुमला का मेन रोड, पालकोट रोड, सिसई रोड, जशपुर रोड, बस स्टैंड आदि स्थानों में सन्नाटा पसरा रहा। चाय की दुकानें भी नहीं खुली। दूध की गाड़ी सुबह गुमला नहीं पहुंची जिस कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। ग्रामीण अंचल क्षेत्र से मिली जानकारी के अनुसार कामडारा, बसिया और पालकोट प्रखंड के सड़कों पर विरानी छायी रही।
घाघरा और बिशुनपुर में लाकडाउन असरदार रहा। सड़कों में सन्नटा पसरा रहा। पुलिस के अधिकारी दिन भर चौक-चौराहों में तैनात रहे। लॉकडाउन का आलम ऐसा था कि अन्य दिनों की तरह लोग बेवजह का घर से बाहर नहीं निकले। रायडीह, चैनपुर, डुमरी, जारी प्रखंड में भी लाकडाउन का असर देखा गया। दुकानें बंद रही। वाहन का आना जाना बंद रहा। सिसई और भरनो की सड़कों में कुछ निजी वाहन चले जरूर लेकिन दुकानें पूरी तरह बंद रहा। बंद का व्यापक असर देखा गया।