कार्तिक के सपनों को पूरा करने का प्रयास ही होगा सच्ची श्रद्धांजलि
कार्तिक उरांव के अधूरे सपनों को पूरा करने का प्रयास करना ही उनके प्रति होगी सच्ची श्रद्धांजलि शिवशंकर उरांव रायडीह के शंख मोड़ मांझाटोली और गुमला के कार्तिक उरांव कालेज में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोज
जेएनएन, गुमला/रायडीह : पुण्य तिथि के अवसर पर रविवार को कार्तिक उरांव को जगह-जगह श्रद्धांजलि दी गई। गुमला केओ कॉलेज के प्रेरणा मंच में कार्तिक उरांव के प्रतिमा पर महाविद्यालय परिवार की ओर से माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई। इस कार्यक्रम में प्राचार्य प्रो.जितबाहन बड़ाईक, प्रो.बीएन पांडेय, प्रो.एजे खलखो, प्रो.सुदामा सिंह, प्रो.दिलीप प्रसाद, डा.हेमेन्द्र भगत, डा.सतीश गुप्ता, डा.सीमा कुमारी, प्रो.नंद कुमार केसरी, प्रो.अमिताभ भारती, प्रो.अमित कुमार, मोना टोप्पो, सुषमा कुमारी, प्रो.साबियल लकड़ा, प्रो.रामजय नायक, प्रो.मंगलेश्वरी बाड़ा, प्रो.नृपेन्द्र कुमार सेठ आदि शामिल थे। शंख मोड़ मांझाटोली स्थित पंखराज साहेब कार्तिक उरांव की प्रतिमा पर आदिवासी विश्व विद्यालय निर्माण समिति द्वारा माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। पुण्य तिथि पर उनका स्मरण किया गया। नमन किया गया। समिति के संयोजक सह गुमला के विधायक शिवशंकर उरांव ने कहा कि कार्तिक उरांव महान शिक्षा विद थे। उन्होंने जनजातीय समाज के उत्थान के लिए संघर्ष किया था। आदिवासी विश्वविद्यालय की स्थापना कर शैक्षणिक क्रांति लाने का सपना देखा था। उनके अधूरे सपनों को पूरा करने का प्रयास करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। दुर्भाग्य वश उनकी अकाल मृत्यु होने के कारण उनका सपना ठंढे बस्ते में चला गया। उनका सपना अधूरा रहा गया।उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का गठन करके ही क्षेत्र का विकास होगा और कार्तिक उरांव की सच्ची श्रद्धांजलि होगी। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में जगनारायाण सिंह, चुइन्या कुजूर, योगेन्द्र सिंह, राजकिशोर साहू, कमलेश कुमार झा, संजय कुमार सिंह, एएसआई फागू राम उरांव आदि उपस्थित थे।