दुष्कर्मियों के एनकाउंटर मृतका को सच्ची श्रद्धांजलि

बेटियों की अस्मत से खिलवाड़ करने वालों को मिलनी ही चाहिए कड़ी सजा।बेटियों की सुरक्षा को लेकर सरकार ने कई कानून बनाएं हैं लेकिन दरिेंदों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। इसलिए प्रभावकारी असर डालने के लिए बलात्कार के आरोपियों को जितनी भी कठोर सजा दी जा रही है वह किसी भी ²ष्टिकोण से ज्यादा नहीं है। गुमला जिला में आए दिन बलात्कार की घटनाएं होती रहती है। बलात्कार के साथ साथ हत्या करने की अमानसिक प्रवृतियां भी खतरनाक होती जा रही है। गुमला जिला में बलात्कार के अभियुक्तों को कठोरतम सजा दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Dec 2019 09:58 PM (IST) Updated:Sat, 07 Dec 2019 06:19 AM (IST)
दुष्कर्मियों के एनकाउंटर मृतका को सच्ची श्रद्धांजलि
दुष्कर्मियों के एनकाउंटर मृतका को सच्ची श्रद्धांजलि

जासं, गुमला : हैदराबाद में गैंगरेप के आरोपितों को एनकाउंटर में मारे जाने की घटना को लोगों ने सही करार दिया है। इसकी चारों ओर खूब चर्चा हो रही है। वेटनरी डॉक्टर से दुष्कर्म के आरोपितों को हैदराबाद की पुलिस ने जिस प्रकार से एनकाउंटर की है वह सचमुच सराहनीय है।

इस संबंध में रत्नदीप दास ने कहा कि आरोपितों ने जैसा अपराध किया था उसका उन्हें सही सजा मिला है। दुष्कर्म की घटना के बाद न्यायिक प्रक्रिया में काफी समय लगता है। सरकार को ऐसी व्यवस्था करना चाहिए कि अपराधियों को जल्द सख्त सजा मिले। टींकु गुप्ता ने कहा कि महिलाओं व बच्चियों पर दुष्कर्म की घटना बढ़ती जा रही है। यह चिता का विषय है। हैदराबाद की घटना में आरोपियों का एनकाउंटर होना सही है। ऐसे दरिदों को इसी तरह की सजा मिलनी चाहिए। प्रदीप पासवान ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दुष्कर्मियों को कड़ी सजा का प्रावधान होना चाहिए ताकि दूसरे लोग ऐसी घटना केा अंजाम देने से पहले सोचने पर विवश हों। दुष्कर्म के आरोपितों की एनकाउंटर मृतका को सच्ची श्रद्धांजलि और मृतका के परिजन को न्याय मिला है।

बेटियों के अस्मत से खेलने वालों को ऐसी ही सजा मिलनी चाहिए

बेटियों की अस्मत से खिलवाड़ करने वालों को मिलनी ही चाहिए कड़ी सजा। बेटियों की सुरक्षा को लेकर सरकार ने कई कानून बनाएं हैं लेकिन दरिेंदों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। इसलिए प्रभावकारी असर डालने के लिए दुष्कर्म के आरोपितों को जितनी भी कठोर सजा दी जा रही है वह किसी भी दृष्टिकोण से ज्यादा नहीं है। गुमला जिला में आए दिन दुष्कर्म की घटनाएं होती रहती है। दुष्कर्म के साथ-साथ हत्या करने की अमानसिक प्रवृतियां भी खतरनाक होती जा रही है। गुमला जिला में दुष्कर्म के अभियुक्तों को कठोरतम सजा दी गई है। उनमें दो को फांसी की सजा और एक दर्जन से अधिक अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। पुलिस थाना से लेकर न्यायालय तक में 161 बलात्कार के मामले लंबित हैं। जबकि 79 ऐसे मामले हैं जिसमें पोक्सो एक्ट भी लगाया गया। हवस मिटाने के लिए नाबालिग बच्चियों को बहला फुसलाकर हसीन सपना दिखाकर या जोर जबरदस्ती कर अपने चंगुल में फंसाते रहे हैं। नशे में होने के कारण भी इस तरह की अमानवीय घटनाएं बढ़ रही है। न्यायालय में त्वरित निष्पादन के लिए अलग से फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन किया गया है। जिनमें दुष्कर्म के गंभीर आधा दर्जन मामले विचाराधीन हैं।

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