जांच के साथ बढ़ती जा रही है गबन की राशि

जिला पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में गबन की राशि लगातार बढ़ती जा रही है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे न सिर्फ गबन किए गए राशि में वृद्धि हो रही है बल्कि राशि हस्तांतरण के नए-नए किस्से उभर कर सामने आने लगे हैं। इस विभाग में लेखापाल उर्मिला बड़ाईक द्वारा तीस लाख रुपये का हस्तांतरण अपने एक ब्वाय फ्रेंड के खाते में किए जाने का भी खुलासा हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Oct 2019 09:06 PM (IST) Updated:Thu, 17 Oct 2019 09:06 PM (IST)
जांच के साथ बढ़ती जा रही है गबन की राशि
जांच के साथ बढ़ती जा रही है गबन की राशि

जागरण संवाददाता,गुमला : जिला पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में गबन की राशि लगातार बढ़ती जा रही है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे न सिर्फ गबन किए गए राशि में वृद्धि हो रही है बल्कि राशि हस्तांतरण के नए-नए किस्से उभर कर सामने आने लगे हैं। इस विभाग में लेखापाल उर्मिला बड़ाईक द्वारा तीस लाख रुपये का हस्तांतरण अपने एक ब्वाय फ्रेंड के खाते में किए जाने का भी खुलासा हुआ है। उस राशि के वापसी के प्रयास आरंभ कर दिए गए हैं। विभाग के कार्यपालक अभियंता चंदन झा कहते हैं कि पाई-पाई की वसूली की जाएगी। ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति द्वारा राशि वापस करने का भी काम आरंभ कर दिया गया है। टैंसेरा ग्राम से 10 लाख 40 हजार, कोयनारा ग्राम से लगभग 18 लाख, फोरी पंचायत से छह लाख और तिगरा गांव से नौ लाख 96 हजार की राशि बैंक में जमा करायी जा चुकी है। जिसमें से लगभग 16 लाख रुपये विभाग के खाता में आ चुका है। सरकार का मानना है कि शौचालय विहीन कोई घर न रहे। जिस ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति द्वारा शौचालय निर्माण का काम कराया जा रहा है वहां के मुखिया से उपयोगिता प्रमाण पत्र की मांग की जाएगी। पूरे जिला में एक-एक शौचालय का सर्वेक्षण मुखिया और जल सहिया से कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि उन्हें विश्वास ही नहीं था कि राशि के हस्तांतरण में उनका जाली हस्ताक्षर का उपयोग किया गया है। 15 सितंबर के बाद कार्यालय को गुमला पुलिस ने सीज कर लिया था। पुलिस को सभी वांछित उपयोगिता प्रमाण पत्र, पीएमएफएस आदि सौंप दिए गए हैं। वर्ष 2015 से अब तक निर्गत राशि के पर्ची की जांच चल रही है।

कोट

बहुत हद तक कार्यपालक अभियंता द्वारा दर्ज करायी गई प्राथमिकी के अनुसंधान का काम बारीकी से किया जा चुका है। जांच चल रही है। जांच पूरी होने में अभी भी समय लगेगा। जांच पूरी किए बगैर अभियुक्तिकरण का काम संभव नहीं है। जो लोग राशि का गबन किए हैं उन्हें अभियुक्त बनाए जाएंगे। उनके खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी।

शंकर ठाकुर, थाना प्रभारी, गुमला।

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