रामरेखा धाम पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को होगी परेशानी

सिमडेगा जिला के रामरेखा धाम रामरेखा बाबा की तपस्या स्थली होने के कारण हिन्दू धर्मावलंबियों के लिए आस्था का केन्द्र बन चुका है। इस आस्था के केन्द्र तक पहुंचने के लिए भक्तों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रामरेखा धाम से लोगों का जुड़ाव होने के कारण कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाले तीन दिवसीय मेला और पूजन समारोह में बड़ी संख्या में लोग भाग लेने जाते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 09:08 PM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 09:08 PM (IST)
रामरेखा धाम पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को होगी परेशानी
रामरेखा धाम पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को होगी परेशानी

गुमला : सिमडेगा जिला के रामरेखा धाम रामरेखा बाबा की तपस्या स्थली होने के कारण हिन्दू धर्मावलंबियों के लिए आस्था का केंद्र बन चुका है। इस आस्था के केंद्र तक पहुंचने के लिए भक्तों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रामरेखा धाम से लोगों का जुड़ाव होने के कारण कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाले तीन दिवसीय मेला और पूजन समारोह में बड़ी संख्या में लोग भाग लेने जाते हैं। लेकिन गुमला जिला के रायडीह प्रखंड से जानेवाले भक्तों को कोंडरा तक तो अच्छी सड़क मिल जाती है लेकिन कोंडरा से रामरेखा तक जाने वाली सड़क काफी जर्जर है। जर्जर सड़क ही परेशानी का मूल कारण है। रामरेखा धाम विकास समिति के उपाध्यक्ष सह राज्य बीस सूत्री के सदस्य विनय कुमार लाल ने बताया कि रामरेखा मेला कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगता है। 21 नवंबर से 24 नवंबर तक मेला लगेगा। मेला में जाने वाले लोगों को कोंडरा से रामरेखा धाम तक जर्जर सड़कों से रूबरू होना पडेगा। सड़क जर्जर होने के कारण दुर्घटना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। कोंडरा से बाघबोथा तक सुनसान जंगली क्षेत्र होने के कारण असमाजिक तत्व लूट पाट की घटना को अंजाम देते हैं। उपाध्यक्ष विनय कुमार लाल ने उपायुक्त शशिरंजन को ज्ञापन सौंपकर सड़क की मरम्मत कराने और रास्ते में सुरक्षा प्रहरियों की तैनाती करने की मांग की है।

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