जागरूक मुखिया की सक्रियता से गांव कोरोना मुक्त

गुरदीप राज गुमला गुमला जिले के बिशुनपुर बसिया चैनपुर सहित कई प्रखंड के दर्जनों गांवों

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 10:26 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 10:26 PM (IST)
जागरूक मुखिया की सक्रियता से गांव कोरोना मुक्त
जागरूक मुखिया की सक्रियता से गांव कोरोना मुक्त

गुरदीप राज, गुमला : गुमला जिले के बिशुनपुर, बसिया, चैनपुर सहित कई प्रखंड के दर्जनों गांवों में लगातार हो रही मौत के कारण गांव में दहशत का माहौल है। गांव वालों की जिद के आगे प्रशासन बौना साबित हो रहा है और स्वजनों के आंखों के सामने ही अपनों की मौत हो रही है। इससे इतर गुमला के पुगू पंचायत के मुखिया बुद्धु टोप्पो की सक्रियता के कारण उनके गांव में एक भी ग्रामीण कोरोना संक्रमित नहीं हुआ है और न ही ग्रामीणों को किसी तरह की सर्दी, खांसी व बुखार की शिकायत है। कोरोना की दूसरी लहर जैसे ही शुरू हुई इसी गांव के दो लोग बीमार पड़ गए थे। मुखिया ने जांच कराया तो कोरोना संक्रमित मिले। तब क्या था मुखिया ने बिना लापरवाही बरते तुरंत ही दोनों का इलाज कराया और दोनों की रिपोर्ट दस दिन में निगेटिव आ गई।

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फिर की गई गांव में बैठक

दो लोगों के बीमार पड़ने के बाद गांव में मुखिया ने बैठक की और सभी को अपने अपने घरों में रहने का निर्देश दिया। बहुत ज्यादा जरूरी न हो तो घर से निकलने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई थी। यानी मिनी लॉकडाउन, मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया था ताकि गांव में अगर संक्रमण हो तो वह खत्म हो जाए। इसके साथ ही गिलोय का सेवन करने व हरी साग सब्जी, गर्म पानी पीने व नींबू का सेवन करने की हिदायत दी गई। मुखिया के आदेश का पालन ग्रामीण करने लगे। जिसके कारण गांव पूरी तरह से स्वस्थ है।

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मुखिया ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

मुखिया ने अपने स्तर से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया और गांव के हर चौक चौराहों व जगह-जगह मुखिया ने खुद का मोबाइल नंबर के पोस्टर चस्पा कराए, ताकि गांव में किसी को भी कोई समस्या हो तो तुरंत उन्हें फोन करें। पुगू गांव की आबादी करीब छह हजार है। इस आबादी के करीब छह सौ लोगों का टीकाकरण मुखिया के पहल पर हुआ। चूंकि वैक्सीनेशन की कमी के कारण कई लोगों का वैक्सीनेशन नहीं हो पाया लेकिन 14 मई से फिर से इस गांव के स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीनेशन शुरू किया जाएगा और गांव के सभी लोगों का वैक्सीनेशन होगा। मुखिया ने खुद भी वैक्सीनेशन का दोनों डोज ले लिया है।

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बाहरी लोगों की रहने की अलग है व्यवस्था

प्रवासी मजदूरों व बाहरी लोग गांव में प्रवेश नहीं कर सकते है। उन्हें गांव में प्रवेश करने से पहले गांव के पंचायत भवन में रुककर क्वारंटाइन होना होगा। उसके बाद ही वे गांव में प्रवेश कर सकते है। ऐसी व्यवस्था मुखिया ने गांव में बनाई है।

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मेरे गांव के ग्रामीण मेरे परिवार का हिस्सा है। इस कारण उनकी सुरक्षा मेी जिम्मेदारी है। मेरे गांव में एक भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं है, मैं खुद भी गिलोय के काढ़ा का सेवन करता हूं और गांव वालों को गिलोय पीने, गर्म पानी पीने व घर में रहने की हिदायत दी गई है।

-बुद्धु टोप्पो मुखिया पुगू पंचायत

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