घायल अशफाक अंसारी है हाइवा चालक
कि यह तो हद हो गई। जब गोली चलेगी तब लोग जान बचाने के लिए पत्थर बाजी तो होगी ही। किसको वोट देना है यह ग्रामीणों को तय करनी है। ऐसी स्थिति में तो विवाद ही नहीं होना चाहिए।
जागरण संवाददाता,गुमला : बघनी के जिस मतदान केन्द्र संख्या 36 पर गोलीबारी और पत्थरबाजी की घटना हुई उस घटना में घायल मो.अशफाक अंसारी की पत्नी हिना खातून ने बताया कि वह मतदान करने के लिए लाइन में लगी हुई थी। उसी समय बहसा-बहसी होने लगी। पुलिस ने उसके पति अशफाक को बाहर खींच लिया और उसके पैर में गोली मार दी। लाइन में खड़ा होने पर विवाद हुआ था। गोली लगने के बाद वह अपने घायल पति को लेकर सिसई अस्पताल चली गई। उसके बाद क्या हुआ नहीं जानते। उसका पति हाइवा चलता है। उसके संबंधी करकरी के युसुफ अंसारी घटना की जानकारी मिलने पर हाल चाल लेने आए थे। पुलिस के जवान लगभग दो घंटे तक रह रह कर गोली चलाते रहे। पुलिस एक दल विशेष के पक्ष में मतदान कराने के पक्ष में दबाव बना रही थी। उसी कारण से हाथापाई हुआ। गोली चली। लोग जान बचाने के लिए भाग खड़े हुए। शमशेर अंसारी कहता है कि यह तो हद हो गई। जब गोली चलेगी तब लोग जान बचाने के लिए पत्थर बाजी तो होगी ही। किसको वोट देना है यह ग्रामीणों को तय करनी है। ऐसी स्थिति में तो विवाद ही नहीं होना चाहिए।