गैर सरकारी अस्पतालों में 313 बेड उपलब्ध ,130 में है आक्सीजन सुविधा

जागरण संवाददाता गुमला उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में जिले के निजी अस्पताल तथा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 08:00 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 08:00 PM (IST)
गैर सरकारी अस्पतालों में 313 बेड उपलब्ध ,130 में है आक्सीजन सुविधा
गैर सरकारी अस्पतालों में 313 बेड उपलब्ध ,130 में है आक्सीजन सुविधा

जागरण संवाददाता, गुमला : उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में जिले के निजी अस्पताल तथा नर्सिंग होम प्रबंधन प्रतिनिधियों के साथ कोविड-19 के अंतर्गत कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए बेड की व्यवस्था को लेकर बुधवार को आइटीडीए भवन परिसर में स्थित उपायुक्त कार्यालय सभागार में बैठक हुई। बैठक में उपायुक्त ने गैर सरकारी अस्पतालों में 50 फीसद बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए आरक्षित करने का निर्देश दिया। जिला अंतर्गत गैर सरकारी अस्पतालों में कुल आक्सीजन सिलेंडर, आइसीयू बेड वेंटीलेटर एवं इलाज की व्यवस्था आदि के संबंध में जानकारी प्राप्त की। बैठक में निर्मला अस्पताल, नम्रता अस्पताल, संत जोसेफ अस्पताल, भगवती अस्पताल, अनीता सेवा सदन, मेंस केयर हास्पिटल, जनता नर्सिंग होम, कश्यप नर्सिंग होम, साहू नर्सिंग होम के संचालक एवं प्रबंधक उपस्थित थे। इन अस्पतालों के संचालक एवं प्रबंधक से जानकारी मिली की इन सभी अस्पतालों में कुल 313 बेड की सुविधा उपलब्ध है जिसमें 130 बेड आक्सीजन सुविधा सहित तथा नौ आइसीयू वेंटिलेटर सहित उपलब्ध है। उपायुक्त ने इन अस्पतालों में उपलब्ध कुल 313 बेड का 50 फीसद जिला प्रशासन के लिए कोविड-19 के इलाज के लिए आरक्षित करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया। उपायुक्त ने कहा कि इन अस्पतालों में भर्ती किए जाने वाले कोविड-19 मरीजों के इलाज की व्यवस्था अस्पताल प्रबंधन द्वारा की जाएगी। रोगियों के खानपान तथा दवा की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जाएगी। इसके साथ ही अस्पताल के चिकित्सक नर्स तथा पारा मेडिकल कर्मियों को पीपीई कीट जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए सरकारी स्तर पर संचालित आइसीयू एवं वेंटीलेटर को क्रियाशील करने तथा इसके लिए प्रशिक्षित टेक्नीशियन एवं चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति के लिए स्वास्थ्य विभाग राज्य मुख्यालय से पत्राचार करने का निर्देश दिया। जिले में कोरोना संक्रमित रोगियों के टेस्ट की गति में तेजी लाने का निर्देश दिया। साथ ही संक्रमित रोगियों के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों के काट्रैक्ट ट्रेसिग कर उनका भी कोरोना टेस्ट का निर्देश दिया।

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