मौसम के बदलते मिजाज ने बढ़ाया मर्ज

गोड्डा मानसूनी बारिश के बीच रह रहकर सुखाड़ और गर्मी के कारण मौ

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Jul 2021 06:38 PM (IST) Updated:Fri, 16 Jul 2021 06:38 PM (IST)
मौसम के बदलते मिजाज ने बढ़ाया मर्ज
मौसम के बदलते मिजाज ने बढ़ाया मर्ज

जागरण संवाददाता, गोड्डा : मानसूनी बारिश के बीच रह रहकर सुखाड़ और गर्मी के कारण मौसम का मिजाज इन दिनों लगातार बदल रहा है। बीच-बीच में बारिश से थोड़ी राहत तो मिलती है लेकिन मौसम के उतार चढ़ाव से गांवों में बीमारियां भी तेजी से फैल रही हैं। अस्पतालों में विभिन्न प्रकार की बीमारियों से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। सदर अस्पताल सहित जिले के प्रखंडों के स्वास्थ्य केंद्रों के ओपीडी में सामान्य तौर पर 25 से 50 फीसद तक मरीज बढ़ गए हैं। सदर अस्पताल के ओपीडी में सामान्य तौर पर दो सौ से तीन लोग पहुंच रहे हैं और अपना उपचार करा रहे हैं। जलजनित बीमारियों के मरीजों की संख्या अधिक हैं। मेहरमा की अमोर और लकड़मारा पंचायत में डायरिया फैसले से दो मासूम की मौत भी हो गई है। वहीं आधा दर्जन से अधिक आक्रांत हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम संबंधित गांव शांतिनगर और जीताचक में कैंप कर रही है।

इधर स्वास्थ्य विभाग की ओर से पूरे जिले में डेंगू से बचाव के लिए जागरूकता अभियान और सर्वे किया जा रह है। मलेरिया, डेंगू व जलजनित बीमारियों के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। संताल परगना डायरिया, मलेरिया और कालाजार का हाई रिस्क जोन रहा है। गोड्डा में अभी भी कालाजार के एक दो मरीज हर माह अमूमन मिल ही जाते हैं। इधर लोगों में लोगों में डेंगू का डर भी सता रहा है। डेंगू के सर्वे के दौरान महागामा, राजाभिठ्ठा और बोआरीजोर में ऐसे मरीजों की पुष्टि हुई है। गांव में डेंगू या मलेरिया की संभावना पर नीम हकीमो से इलाज करवाते हैं और दवा लेना शुरू करते हैं। चिकित्सकों के अनुसार कई बार बिना जांच के ही दवा सेवन करने से मर्ज बिगड़ने की संभावना ज्यादा रहती है। चिकित्सकों ने किसी प्रकार की परेशानी होने पर डॉक्टरी परामर्श के बाद ही दवा का सेवन करने की सलाह दी है।

सुंदरपहाड़ी, राजाभिट्टा, ललमटिया, बोआरीजोर आदि के सरकारी अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी है। शहर के कई निजी अस्पतालों में भी मलेरिया, डेंगू, चिकनगूनिया से पीड़ित मरीजों का उपचार किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसकी पड़ताल भी कराई जा रही है।

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निजी अस्पताल संचालकों के साथ लैब संचालकों को लोगों में भ्रम नहीं फैलाने के सख्त निर्देश दिए हैं। सदर अस्पताल सहित सभी सरकारी अस्पतालों में मलेरिया, डेंगू व चिकनगूनिया की जांच के लिए सैंपल लेकर निश्शुल्क जांच की सुविधा उपलब्ध है। निजी अस्पताल व लैब संचालकों के साथ स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को विशेष जागरूकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए हैं। विभाग के मलेरिया कर्मचारियों से भी लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया गया है। डा. एसपी मिश्रा, सिविल सर्जन, गोड्डा।

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