एसपी ने खुद कमान संभाल परोसी थाली
अक्सर अपने कारनामों से लोगों की नजर में अपनी छवि खराब करने वाले पुलिसकर्मी लॉकडाउन में देवदूत बनकर आए। वर्दीवालों का ऐसा हृदय परिवर्तन जिला वासियों ने पहले कभी नहीं दिखा था। मार्च-अप्रैल के दौरान देश में अचानक लगे लॉकडाउन के बाद सर्वाधिक परेशानी दिहाड़ी मजदूरों की थी। जिले में ऐसे हजारों परिवार थे जिनके स्वजन उन दिनों दूसरे प्रदेशों में फंस गए थे।
विधु विनोद, गोड्डा : अक्सर अपने कारनामों से लोगों की नजर में अपनी छवि खराब करने वाले पुलिसकर्मी लॉकडाउन में देवदूत बनकर आए। वर्दीवालों का ऐसा हृदय परिवर्तन जिला वासियों ने पहले कभी नहीं दिखा था। मार्च-अप्रैल के दौरान देश में अचानक लगे लॉकडाउन के बाद सर्वाधिक परेशानी दिहाड़ी मजदूरों की थी। जिले में ऐसे हजारों परिवार थे, जिनके स्वजन उन दिनों दूसरे प्रदेशों में फंस गए थे। घर पर दाने दाने को लोग मोहताज थे। उस वक्त सूबे के डीजीपी एमवी राव के निर्देश पर तत्कालीन एसपी शैलेंद्र वर्णवाल ने जिले के सभी थाना क्षेत्रों में सामुदायिक किचन चलाकर गरीबों की भूख मिटाई। सामुदायिक किचन में हर दिन लोगों को दो वक्त का निश्शुल्क भोजन मिल रहा था। इसमें प्रतिदिन हजारों की संख्या में गरीबों के सामने पुलिस ने थाली परोसी। लॉकडाउन के समय में जिले में पदस्थापित एसपी वर्णवाल का कार्यकाल यहां करीब 15 माह का रहा। इस दौरान लोकसभा व विधानसभा के चुनाव भी हुए जो शांतिपूर्ण रहा। एसपी वर्णवाल के कार्यकाल में पुलिस पब्लिक संबंध बेहतर हुआ। एसपी ने आम लोगों में पुलिस के प्रति पहले से बनी धारना को समाप्त कराया और लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ाया। कोरोना काल में पुलिस कर्मियों को फ्रंट लाइन पर जूझते हुए भी देखा गया। इस दौरान आधा दर्जन पुलिस कर्मी संक्रमित भी हुए। इसको देखते हुए एसपी ने पुलिस कर्मियों के लिए गोल्डन ड्रिक्स, काढ़ा आदि पिला कर उन्हें तंदरुस्त रखा। एसपी ने इस दौरान जगह जगह खुद कमान थाम कर लोगों की मदद की। गरीब, असहाय व पीड़ितों को तत्काल मदद पहुंचाई गई। लॉकडाउन में जिला पुलिस के बेहतर कार्य के लिए डीजीपी और सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर बधाई दी और पुलिस महकमा का हौसला बढ़ाया। इस दौरान सामुदायिक किचन व सहित असहाय लोगों के बीच सूखा राशन वितरण कर पुलिस ने लोगों को तत्काल मदद पहुंचाई। लॉकडाउन के दौरान लोगों से शारीरिक दूरी का पालन करना, मास्क पहनने के लिए प्रेरित करना और लगातार जागरूकता अभियान के साथ ही कार्रवाई भी करने में पुलिस पीछे नहीं हटी। इस दौरान कई जवानों को बेहतर कार्य के लिए एसपी वर्णवाल ने पुरस्कृत भी किया। यहीं नहीं खौफ के उस दौर में एसपी की पहल पर यहां जिला बल के दो जवानों को क्रमश: यमराज और चित्रगुप्त के वेश में कोरोना से बचाव के लिए लोगों के बीच प्रभावी संदेश देने का अनोखी तरकीब भी निकाला गया। इसकी प्रशंसा पूरे प्रदेश में हुई। पुलिस आंकड़े के अनुसार सामुदायिक किचन में पुलिस की ओर से करीब तीन लाख थालियां परोसी गईं।