पगडंडी के सहारे आवागमन को विवश ग्रामीण

गोड्डा सदर प्रखंड की झिलुवा पंचायत के आदिवासी बहुल गांव अमजोरा में विकास की किरण नह

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 Aug 2020 08:27 PM (IST) Updated:Sat, 29 Aug 2020 06:20 AM (IST)
पगडंडी के सहारे आवागमन को विवश ग्रामीण
पगडंडी के सहारे आवागमन को विवश ग्रामीण

गोड्डा : सदर प्रखंड की झिलुवा पंचायत के आदिवासी बहुल गांव अमजोरा में विकास की किरण नहीं पहुंच पाई है। गांव में आदिवासी समुदाय विकास के मापदंडों पर खुद को छला हुआ महसूस कर रहे हैं। झारखंड निर्माण के बाद भी आदिवासी समुदाय को अगर पगडंडियों में आवागमन करना पड़ता है तो निश्चित रूप से प्रशासन और पूरे तंत्र के लिए चिता का विषय है। अलग राज्य बनने के बाद यहां राजनीतिक दलों ने प्रत्येक मंच से आदिवासियों के विकास का दम भरा है और आज भी चुनाव में मुख्य मुद्दा आदिवासी विकास ही रहता है । अमजोरा के ग्रामीणों को पक्की सड़क नसीब नहीं हुई है। पक्की सड़क तो दूर यहां कच्ची सड़क भी नहीं बनी। गांव जाने के रास्ते में एक जोरिया है, जिस पर पुलिया नहीं बना है। बरसात में लोग जोरिया के पानी से होकर आवागमन करते हैं। बच्चों को स्कूल भी इसी रास्ते से जाना पड़ता है। अभी लॉकडाउन में स्कूल बंद है और ग्रामीण आबादी भी खामोसी से गांव में ही दिन काट रही है। बारिश होने पर यह गांव टापू बन जाता है। ग्रामीणों को पानी कम होने का घंटों इंतजार करना पड़ता है। क्या कहते हैं ग्रामीण : ग्रामीण सुरेश मड़ैया, ताला सोरेन, बाबूधन मड़ैया आदि ने बताया कि गांव की आबादी 600 से ज्यादा है। यह आदिवासी बहुल गांव है। विकास के मामले में यहां लोग उपेक्षा के शिकार हुए हैं । गांव में कभी कोई पदाधिकारी भी नहीं आते हैं। गांव में ज्यादा पढ़े लिखे लोग भी नहीं हैं और प्रखंड मुख्यालय भी करीब 40 किमी दूर उक्त गांव में नेता भी बिरले ही पहुंचते हैं। चुनाव के समय में राजनीतिक कार्यकर्ता यहां वोट मांगने के लिए आते हैं। गांव में अगर कोई बीमारी से ग्रसित हो तो उसे अस्पताल ले जाना एक चुनौती बन जाती है। सड़क नहीं होने के कारण गांव में एंबुलेंस या कोई दूसरी गाड़ी नहीं आती है। ग्रामीणों ने बताया कि बिजली, पानी ,शिक्षा के मामले में भी यह गांव बदहाल स्थिति में है। ---------------------------- - पांच सौ से अधिक आबादी वाले गांवों को प्रखंड व जिला मुख्यालय से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से पक्की सड़क के निर्माण के लिए उक्त गांव का प्रस्ताव दिया जाएगा। इसके लिए संबंधित पंचायत को प्रस्ताव तैयार कर प्रखंड को भेजने का निर्देश दिया जाएगा। अगर पूर्व में ऐसा प्रस्ताव आया है तो इसकी जांच कराकर नए सिरे से पहल शुरू की जाएगी। हर गांव को पक्की सड़क से जोड़ा जाएगा। - वासुदेव प्रसाद, प्रभारी बीडीओ, गोड्डा सदर।

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