अप्रैल में भी नहीं शुरू हो सका शहरी जलापूर्ति

संवाद सहयोगी गोड्डा लंबी प्रतीक्षा के बाद शुरू हुई शहरी जलापूर्ति योजना से लोगों को अप्रैल

By JagranEdited By: Publish:Wed, 31 Mar 2021 04:43 PM (IST) Updated:Wed, 31 Mar 2021 04:43 PM (IST)
अप्रैल में भी नहीं शुरू हो सका शहरी जलापूर्ति
अप्रैल में भी नहीं शुरू हो सका शहरी जलापूर्ति

संवाद सहयोगी, गोड्डा: लंबी प्रतीक्षा के बाद शुरू हुई शहरी जलापूर्ति योजना से लोगों को अप्रैल में भी पानी मिलने के कम ही आसार दिख रहे हैं। पहले यह कहा गया था कि मार्च तक दो हजार घरों को पानी कनेक्शन से जोड़ दिया जायेगा, लेकिन अबतक एक भी घर में पानी का कनेक्शन नहीं हो पाया है जबकि एजेंसी को भी कार्य करने में विलंब हो रहा है। बताया जाता है कि पानी के लिए अबतक विद्युत कनेक्शन भी नहीं हो पाया है।

वहीं जल कर निर्धारण को लेकर मामला फंसा हुआ है। अगर यही स्थिति बनी रही तो कम ही संभावना है कि अप्रैल में लोग नई जलापूर्ति योजना से पानी ले सकेंगे। वहीं कार्य में लगी एजेंसी की ओर से कहा जा रहा है कि वे कनेक्शन देने की स्थिति में पहुंच चुके है। लगभग दो हजार कनेक्शन के लिए सामान भी उपलब्ध है। हालांकि जलापूर्ति योजना को चालू करने के लिए विद्युत कनेक्शन का मामला अधर में लटका हुआ है जबकि वाटर कनेक्शन की नई दर के कारण भी समस्या हो रही है। इधर मार्च समाप्त होने को है। गर्मी शुरू हो चुकी है। शहर के कई इलाकों में पानी कि समस्या हो रही है। ऐसे में अगर इस महत्वाकांक्षी योजना से लोगों को पानी देने में विलंब होता है तो जाहिर सी बात है कि शहरवासियों को पानी की समस्या होगी। वहीं दूसरी ओर शहर में बने सभी पांच नए वाटर टावर की जांच का काम पूरा हो चुका है। जो कार्य बचे हैं, उसमें पानी का कनेक्शन देने के बाद बिछाई गई पाइपलाइन का ट्रायल होना है, कारण कि लगभग तीन साल से पाइप बिछाए जा रहे है जिसके कारण कुछ जगह पर लिकेज की संभावना हो सकती है। दूसरी ओर यहां से भी अगर कनेक्शन देने का काम शुरू किया जाता है तो शायद ही अप्रैल में कार्य पूरा हो पाएगा। ऐसे में मई तक शहर के लोगों को इंतजार करना पड़ सकता है। वही नई दर के बाद शहर के लोगों में पानी कनेक्शन को लेकर वैसा उत्साह भी नहीं दिख रहा है। वही बीपीएल गरीब परिवार को मुफ्त कनेक्शन की बात कही गई है। यहां पर कोई कठिनाई नहीं हो सकती है। बहरहाल लोग इंतजार कर रहे है कि जल्द समस्या का हल निकालकर घर-घर पाइपलाइन से पानी की आपूर्ति शुरू हो सके। शहर में लगभग 12 हजार घरों को पानी का कनेक्शन दिया जाना है।

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गर्मी बढ़ते से शहर में भूगर्भ जलस्तर घटा

गोड्डा:

शहर में गर्मी बढ़ते ही भूगर्भ जल का दोहन बढ़ने लगा है। वही इस अनुपात में न तो पानी की बर्बादी रुक रही है न ही जलसंरक्षण के प्रयास ही हो रहा है। बड़ी संख्या में लोग अपने-अपने घरों में बोरिग करा रहे है। वहीं लोगों का यह भी कहना है कई जगह पूर्व की बोरिग जलस्त्रोत न मिलने के कारण फेल हो गई है जहां दूसरी बोरिग लोग करा रहे है। ऐसे हालात में जलस्त्रोत और भी नीचे जा रहे है। मालूम हो कि वर्तमान शहर में भूगर्भ जल के दोहन के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। पुरानी जलापूर्ति नदी से बालू उठ जाने के कारण लगभग दस साल से बेकार पड़ी हुई है। जहां नाममात्र की पानी की आपूर्ति हो पा रही है। अधिकांश घरों में शॉकपीट भी नहीं है। लोग नाला में पानी बहा रहे है। जलसंरक्षण नहीं हो पा रहा है। पर्यावरण जानकार रतन महतो का कहना है जलसंरक्षण के लिए व्यवस्था के साथ आम लोगों को प्रयास करना होगा। अगर पानी की बर्बादी नहीं रूकी तो समस्या गंभीर होती चली जायेगी। कहा कि भूगर्भ जल दोहन से लगातार पानी का स्तर नीचे जा रहा है। --------------

नगर परिषद का प्रयास है कि जितनी जल्द हो सके शहरवासियों को नई जलापूर्ति योजना से पानी मिल जाए। ताकि इस गर्मी में पानी की किल्लत न हो। इसमें जो भी अड़चन है, उम्मीद है कि जल्द ही समाधान हो जायेगा। पानी आपूर्ति के लिए विद्युत कनेक्शन भी जल्द हो जायेगा। इसके साथ ही नई जलापूर्ति योजना से पानी की आपूर्ति शुरू होने शहरवासियों को एक और विकल्प मिल जायेगा। जिससे कुछ हद तक भूगर्भ जल का दोहन रुकेगा। वही लोगों को पानी की बर्बादी से बचना होगा। घरों में शॉकपीट बनाने चाहिए। साथ ही हर घर में वाटर हार्वेस्टिग जरूरी है। - जितेन्द्र कुमार, अध्यक्ष,नगर परिषद गोड्डा

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