जल संकट से निजात दिलाने की तैयारी में जुटा निकाय

संवाद सहयोगी गोड्डा आनेवाले गर्मी को लेकर इस बार शहर में जलसंकट नहीं होगा। इसके ि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 07:07 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 07:07 PM (IST)
जल संकट से निजात दिलाने की तैयारी में जुटा निकाय
जल संकट से निजात दिलाने की तैयारी में जुटा निकाय

संवाद सहयोगी, गोड्डा : आनेवाले गर्मी को लेकर इस बार शहर में जलसंकट नहीं होगा। इसके लिए नगर परिषद के स्तर से तैयारी की जा रही है। इस साल के गर्मी में जहां नई जलापूर्ति योजना से शहर को पानी मिलने की बात परिषद कह रहा है वही दूसरी ओर खराब पड़े मिनी जलमीनार व चापानल भी गर्मी पूर्व मरम्मत किया जायेगा। शहर में लगभग दर्जन भर जलमीनार है जिसमें कई खराब पड़े हुए है व जर्जर हालात में है जबकि लगभग छह जलमीनार से लोगों को पानी मिल रहा है। वही खराब पड़े चापानल के मरम्मत की भी बात कही गई है। परिषद से मिली जानकारी के अनुसार शहर में 12 मिनी जलमीनार व 426 चापानल है। इसमें कई चापानल खराब पड़े हुए है जबकि अधिकांश चालू हालात में है। मालूम हो कि वर्ष-2019 के गर्मी में शहरवासियों को गंभीर जलसंकट से जुझना पड़ा था। लगातार हो रही बोरिग व बढ़ते शहरीकरण के कारण कई वार्ड जहां पहले से ही ड्राइजोन में है वही भुगर्भ जलस्तर भी लगातार नीचे जा रहा है। अबतक शहर की पानी की पूरी व्यवस्था पूरी तरह ग्राउंड वाटर पर ही टिकी है। ऐसे में अब नई जलापूर्ति योजना से शहरवासियों को राहत मिलने की संभावना है। वर्तमान आबादी के अनुसार नई जलापूर्ति योजना से शहर को लगभग 73 लाख लीटर पानी की प्रतिदिन आपूर्ति करने की योजना है। जबकि इसकी क्षमता लगभग 2करोड़ 80 लीटर पानी की है। वही इसके अलावा शहर के लोगों को चापानल के साथ ही मिनी जलमीनार से पानी मिलेगा। वही नई जलापूर्ति योजना में कुछ जगहों पर सार्वजनिक जलस्तंभ लगाये जाने की योजना है खासकर वैसे जगह पर जहां आबादी ज्यादा है इसके साथ ही प्राइवेट बस स्टैंण्ड, अस्पताल प्रमुख चौक चौराहा शामिल है। खराब चापानल व जलमीनार की जल्द हो मरम्मत गोड्डा: इस बाबत वार्ड पार्षद गुणानंद झा, स्वीटी कुमार, तालीब हुसैन आदि ने कहा कि इस पूरी उम्मीद है कि नई शहरी जलापूर्ति योजना से शहर को पानी गर्मी में मिल जायेगी। इसके साथ ही गर्मी से पूर्व शहर के खराब पड़े सभी चापालन व मिनी जलमीनार का भी मरम्मत हो जाना चाहिए इससे शहरवासियों को और सहूलियत होगी। कहा कि नई जलापूर्ति योजना चालू होने से शहरवासियों की भुगर्भ जलदोहन पर निर्भरता घटेगी। जिससे ग्राउंड वाटरलेबल दुरूस्त होगा। गुणानंद झा ने कहा कि वर्षा के मौसम में नदी से पानी लिफ्टिग कर अगर शहर के तालाब को भरा जाता है तो यह योजना जलसंरक्षण व जलसंचयन की लिहाज से बेहतर होगी। शहर में लगभग सभी जलमीनार चालू हालात में है जो चापानल व जलमीनार खराब है मरम्मत होगा गर्मी को लेकर । शहर के लोगों इस बार कोई जलसंकट नहीं होगा। अप्रैल के अंत तक नयी जलापूर्ति योजना से पानी देने की योजना है। आनेवाले गर्मी को लेकर परिषद भी व्यवस्था दुरूस्त करने में जुटा है। - जितेन्द्र कुमार, अध्यक्ष, नगर परिषद गोड्डा

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