कचरा रीसाइकलिग प्लांट में ग्रामीणों ने जड़ा ताला

जागरण टीम गोड्डा शहर का पुराना सरकारी बस स्टैंड की जमीन अब कचरा डंप यार्ड में प

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 07:00 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 07:00 PM (IST)
कचरा रीसाइकलिग प्लांट में ग्रामीणों ने जड़ा ताला
कचरा रीसाइकलिग प्लांट में ग्रामीणों ने जड़ा ताला

जागरण टीम, गोड्डा : शहर का पुराना सरकारी बस स्टैंड की जमीन अब कचरा डंप यार्ड में परिवर्तित हो चुकी है। जहां शहर का कचरा डंप हो रहा है वहां के आसपास के लोगों को काफी परेशानी हो रही है। वहीं दूसरी ओर शहर के कचरा निस्तारण कि जिम्मेवारी चार साल पूर्व आकांक्षा सालिड वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी

को मिली थी जहां अबतक धर्मोडीह के डुमरीटोला गांव के समीप स्थित प्लांट में कचरा तो डंप हुआ। लेकिन अबतक इसका निस्तारण नहीं हो पाया है। जिसके कारण आसपास के ग्रामीण इसका विरोध शुरू कर दिया है। करीब दस दिनों से कचरा को डंप करने नहीं दिया जा रहा है। शहर से कचरा नहीं ले जाने दे रहे है। ग्रामीणों की मांग है कि शर्त के अनुसार डंप कचरा का निस्तारण होना चाहिए और जो छिड़काव होना चाहिए वो नहीं हो रहा है। इसके कारण शहर का सरकारी बस स्टैंड का पुराना खंडहर परिसर में कचरा डंप यार्ड में परिवर्तित होता जा रहा है। धर्मोडीह में लोग कचरा ले जाने नहीं दे रहे हैं। जिसके कारण समस्या आनेवाले दिनों में और बड़ सकती है। कचरा रीसाइकलिग प्लांट में ग्रामीणों ने ताला लगा दिया है। मामले को लेकर समस्या के समाधान को लेकर किसी स्तर से पहल होती नहीं दिख रही है। प्लांट में पहले से कचरा डंप है। वहीं शहर में भी डंप हो रहा है। प्रावधान यह है कि कचरा को रिसाइकिल कर देना है जो हो नहीं पा रहा है यही पर विरोध है। जब से प्लांट लगा है तब से चालू हीं नहीं हो पाया है। अगल-बगल के ग्रामीण कचरे से आने वाली बदबू से परेशान हो गए है। कंपनी द्वारा गांव में दवा का छिड़काव कराया जाता है। लेकिन वह दवा बेअसर होती है। ग्रामीणों की मांग है जबतक कचरा का निस्तारण नहीं होगा तब तक वे लोग इसका विरोध करेंगे। अगल-बगल के ग्रामीण कचरे से आने वाली बदबू से परेशान हो गए और उन्होंने प्लांट में ताला लगा दिया है।

ग्रामीणों ने बताया कि प्लांट की वजह से उनके गांव में हमेशा बदबू फैली रहती थी। मच्छर से लोग परेशान हो गए हैं। कंपनी द्वारा गांव में दवा का छिड़काव कराया जाता है। लेकिन वह दवा बेअसर होती है ।

नगर परिषद के सिटी मैनेजर मुर्तजा अंसारी ने बताया की हम प्लांट चालू करने के लिए प्रयासरत हैं। कंपनी को पर्यावरण की ओर से सर्टिफिकेट मिलने के बाद प्लांट पूरी तरह से चालू हो पाएगा। निराकरण का प्रयास किया जा रहा। उन्होंने कहा कि प्लांट चालू करने के लिए प्रयासरत हैं कंपनी को पर्यावरण की ओर से सर्टिफिकेट मिलने के बाद प्लांट पूरी तरह से चालू हो पाएगा। समाधान का प्रयास किया जा रहा। वही जिप सदस्य लक्ष्मी चक्रवर्ती ने कहा कि कंपनी तय शर्त पर काम नहीं कर रही है। कचरा डंप कर निस्तारण किया जाना है। लेकिन यहां निस्तारण हो ही नहीं रहा है। जिससे आसपास के लोगों को परेशानी है। इसपर तत्काल पहल होनी चाहिए और डंप कचरा का निस्तारण होना चाहिए।

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क्या कहते है आकांक्षा के अधिकारी

इस बाबत आकांक्षा प्रोजेक्ट मैनेजर दिनेश राघव ने कहा कि वे लोग काम के लिए तैयार हैं। अवरोध के कारण काम रुका हुआ है। बताया कि 2017 से अबतक लगभग 1.75 करोड़ रुपये नगर परिषद पर बकाया का आजतक भुगतान नहीं हुआ है। अप्रैल से अबतक किसी तरह का भुगतान नहीं हुआ है। इन सब के बाद भी काम कराना चाह रहे हैं। किसी स्तर से सहयोग नहीं मिल पा रहा है। रुपये की कमी से भी काम प्रभावित हो रहा है। अप्रैल से अबतक कोई बिल नहीं निकला है। प्लांट को अबतक ईसी नहीं मिला है। कंपनी की ओर से हर दिन दवा का छिड़काव भी किया जाता है।

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