ऑक्सीजन लेबल 90 से कम होने पर चिकित्सक से करें संपर्क

जागरण संवाददाता गोड्डा कोरोना का नया स्ट्रेन अधिक घातक है। आम जनजीवन को यह अपनी चपे

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 06:38 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 06:38 PM (IST)
ऑक्सीजन लेबल 90 से कम होने पर चिकित्सक से करें संपर्क
ऑक्सीजन लेबल 90 से कम होने पर चिकित्सक से करें संपर्क

जागरण संवाददाता, गोड्डा : कोरोना का नया स्ट्रेन अधिक घातक है। आम जनजीवन को यह अपनी चपेट में लेने को आतुर है। ऐसे में विकट

स्थिति से बचने के लिए सतर्कता जरूरी है। होम आइसोलेशन और कोविड व्यवहार को अपनाने से ही जिले में संक्रमण की रफ्तार थमेगी। मास्क पहनना, दो गज की दूरी का पालन और सैनिटाइजेशन और समय समय पर हाथ धोने की आदत डालें। उक्त बातें जिला महामारी रोड विशेषज्ञ डॉ उज्ज्वल कुमार सिन्हा ने कही। वे शुक्रवार को दैनिक जागरण से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अभी कोरोना संक्रमित मरीजों को जल्द बुखार अथवा खांसी ठीक नहीं हो रही है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। चिकित्सक के संपर्क में रहें। इस समय प्रत्येक लोग अपने-अपने घरों में ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर आदि जरूर रखें। अगर बुखार 100 डिग्री सेल्सियस से ऊपर हो तो पारासीटामोल की गोली खाएं। 24 घंटे में इसकी चार गोली शरीर के लिए कोई नुकसान नहीं करेगी। गर्भवती महिलाओं व बच्चों के लिए भी यह सुरक्षित है। अगर परिवार का कोई सदस्य कोरोना संक्रमित हो गया है तो घबराने की जरूरत नहीं है। ऑक्सीमीटर से लगातार ऑक्सीजन लेबल जांचते रहिए। ऑक्सीजन लेबल 90 से नीचे आ रहा है तो तुरंत किसी चिकित्सक से संपर्क करें। जिले के कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है।

उन्होंने कहा कि संक्रमित व्यक्ति को इमरजेंसी की स्थिति में ही अस्पताल में भर्ती होना चाहिए। ताकि किसी जरूरतमंद के लिए अस्पताल में बेड की कमी नहीं हो। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को सरकार से दवा की किट मुहैया कराई जा रही है। खानपान का रखें ख्याल, गर्म पानी का सेवन लाभकारी : डॉ सिन्हा ने कहा कि कोरोना संक्रमण का अभी तक कोई खास दवा नहीं है। सर्दी, बुखार और अन्य संक्रामक रोग में काम आने वाली दवा से ही मरीज स्वस्थ हो रहे है। मरीज को अपने खानपान पर ध्यान रखने की जरूरत है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए प्रोटीन, विटामिनयुक्त भोजन लें। विटामिन सी के लिए संतरा, नीबू आदि के साथ भरपूर गर्म पानी का सेवन लाभदायक होता है। सामान्य खांसी-सर्दी में भी संतरा, नीबू आदि का सेवन बेहतर होता है। चिकित्सक से सलाह लेकर इसका सेवन करें। अगर गले में खरास है तो नमक-गर्म पानी का गलारा से बीमारी जल्द ठीक होता। इसके अलावा अपने फेफड़े व्यायाम करें। लंबी सांस लेकर और पेट के बल सो कर ऑक्सीजन लेबल बेहतर किया जा सकता है। दिनभर में चार-पांच बार भाप ले सकते हैं। 5-10 मिनट का प्राणायाम भी फेफड़े को लाभ पहुंचाता है। कोरोना संक्रमित मरीज जब चाहे लंबी सांस लें, छोड़े, इससे फेफड़े का व्यायाम होता है। शंका होने पर कराएं कोविड जांच : जिले में कोरोना जांच निश्शुल्क होती है। इसके लिए जिला मुख्यालय सहित सभी प्रखंडों में नियमित कैंप लगाए जा रहे हैं। इस साल के नये स्ट्रेन में थोड़ी विविधता है। पिछले साल कोरोना संक्रमित मरीज को सर्दी, बुखार आदि होता था। नये स्ट्रेन में थोड़ा बदन दर्द, सुस्ती रहती है। लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं। बाद में सीधे निमोनिया होता है और स्थित गंभीर बन जाती है। ऐसे में अगर थोड़ा सा भी लक्षण दिखे तो तुरंत कोविड जांच कराएं ताकि समय रहते इलाज हो सके।

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