बंगाल में राजनीतिक हिसा पर लगे रोक : भाजपा
जागरण संवाददाता गोड्डा पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद जिस तरह की राजनीति
जागरण संवाददाता, गोड्डा : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद जिस तरह की राजनीतिक हिसा शुरू की गई है, यह खतरनाक है। भाजपा ने बंगाल हिसा के खिलाफ बुधवार को सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया। जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड और पंचायत-मंडलों में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने राजनीतिक हिसा की निदा करते हुए बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार मेहता, पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश कुमार झा, नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष अजित कुमार सिंह, जिला उपाध्यक्ष मुरारी शर्मा, भाजपा नगर अध्यक्ष गप्पू सिन्हा सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने बुधवार को फेसबुक लाइव में बंगाल हिसा का कड़ा प्रतिवाद किया।
कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। लोकतंत्र में हिसा का कोई स्थान नहीं है। बंगाल में लोकतंत्र अब तृणमूल पार्टी का लहू तंत्र बन के रह गया है। इस कोरोना महामारी के संकट की घड़ी में जहां मानव समाज एक दूसरे की जान बचाने के लिए कार्यरत हैं, वहीं पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के उपद्रवी तत्व लगातार भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर आक्रमण और हिसा कर रहे हैं। कई कार्यकर्ताओं की चुनाव के उपरांत हत्या कर दी गई, हजारों की संख्या में कार्यकर्ता घायल है। पार्टी के कई कार्यालयों में तोड़फोड़ और आगजनी की घटना हो रही है।
कहा कि बंगाल का महत्व महाकाव्य काल से रहा है। देश के राष्ट्रीय गीत और राष्ट्रीय गान के रचयिता बंगाल से ही रहे। कोलकाता देश की सांस्कृतिक राजधानी मानी जाती है ।
इधर पथरगामा में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया। साथ ही सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ हल्ला बोला कार्यक्रम करने का ऐलान किया। कार्यकर्ताओं ने मांग की कि जल्द से जल्द बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की गई। कार्यक्रम में प्रखंड मंत्री सुबोध भगत, पंचायत अध्यक्ष नंदलाल मोदी, युवा मोर्चा प्रखंड अध्यक्ष रितिक राजा, उपाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह, अंकित कुमार सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।