स्टैंड पर पसरा सन्नाटा, नहीं चली लंबी दूरी की बसें

संवाद सहयोगी गोड्डा कोरोना संक्रमण की बढ़ती चेन को तोड़ने के लिए राज्य सरकार ने स्वा

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 08:54 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 08:54 PM (IST)
स्टैंड पर पसरा सन्नाटा, नहीं चली लंबी दूरी की बसें
स्टैंड पर पसरा सन्नाटा, नहीं चली लंबी दूरी की बसें

संवाद सहयोगी, गोड्डा : कोरोना संक्रमण की बढ़ती चेन को तोड़ने के लिए राज्य सरकार ने स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह शुरू किया है जिससे मिनी लॉकडाउन कहा जा रहा है। वही लॉकडाउन के पहले दिन सार्वजनिक परिवहन सेवा पर इसका साफ असर दिखा, जहां शहर के प्राइवेट बस स्टैंड में बस तो खड़ी थी, लेकिन यात्री नहीं थे। अधिकांश गाड़ी में यात्रियों की काफी कमी देखी गई जिससे प्राइवेट बस संचालक भी खासे परेशान है। संचालक मानते हैं कि संक्रमण बढ़ने के कारण लोग यात्रा से परहेज कर रहे हैं जिसके कारण बसों में यात्री नहीं है जिसके कारण कई तरह की परेशानी हो रही है यहां तक कि कई बार तो इंधन तक के लिए किराया नहीं हो पा रहा है।

वही दूसरी ओर लॉकडाउन के कारण लंबी दूरी की यात्री बस सेवा बुरी तरह प्रभावित हुई है जहां कई गाड़ियों को रद कर देना पड़ा है पैसेंजर की कमी के कारण। बस संचालक गुड्डू यादव ने बताया कि संक्रमण बढ़ने का असर यात्रियों पर भी पड़ा है, जिसके कारण बसों में यात्री की कमी हो रही है। बताया कि गोड्डा से रांची के लिए 10 बसें औसतन प्रतिदिन चला करती थी, लेकिन गुरुवार को दो ही बस गोड्डा से रांची के लिए रवाना हुई है। इसमें भी यात्रियों की भारी कमी है। जबकि पटना के लिए भी दो बस रद कर दी गई है और दो चल रही है वही लोकल बसों में भी पैसेंजर की काफी कमी है।

बताया कि बस संचालन में काफी घाटा हो रहा है अगर यही हालात रहे तो आने वाले दिनों में और भी बसे अभी रद्द होंगी करण की यात्री की कमी है। बताया कि बस संचालन में सरकार के गाइडलाइन का भी पालन किया जा रहा है सभी तरह के सुरक्षा का ख्याल रखा जा रहा है। लेकिन यात्री ही यात्रा से परहेज कर रहे हैं जिसके कारण सवारी की कमी हुई है इसका असर बस संचालन पर पड़ा है।

दूसरी ओर सरकार के गाइडलाइन के आलोक में जिला प्रशासन ने भी आज से सख्ती बढ़ा दी है। इसके कारण आज सड़कों पर आवाजाही कम दिखी। हालांकि इस लॉकडाउन में कई तरह की छूट मिली हुई है। ताकि लोगों को कोई असुविधा नहीं हो लेकिन बढ़ते संक्रमण को लेकर आम लोगों को काफी सतर्क हो गए हैं और वह भी यह मान रहे हैं कि इस चयन को तोड़ने के लिए कहीं ना कहीं घरों में रहना जरूरी है। आवश्यकता पड़ने पर ही घर से बाहर निकलना चाहिए।

chat bot
आपका साथी