बराज की पश्चिमी दीवार और दरवाजा की पहले होगी मरम्मत
संवाद सहयोगी ठाकुरगंगटी मुख्य अभियंता की अगुवाई में अभियंताओं की टीम ने मंगलवार को ठ
संवाद सहयोगी, ठाकुरगंगटी : मुख्य अभियंता की अगुवाई में अभियंताओं की टीम ने मंगलवार को ठाकुरगंगटी और मेहरमा प्रखंड क्षेत्र में बेहतर सिचाई सुविधा वाले क्षतिग्रस्त भोड़ा बराज की जांच की। कहा कि अब जल्द ही भोड़ा बराज की पश्चिमी बांध की मरम्मती की जाएगी। बराज के खराब दरवाजे को भी मरम्मत ही किया जाएगा। अधीक्षण अभियंता अभियंता सुशील कुमार सिंह की अगुवाई में अधीक्षण अभियंता प्रकाश चंद्र बिरूवा, कार्यपालक अभियंता उमाशंकर राम, सहायक अभियंता अभिशा अभियान तामसे, कनीय अभियंता प्रकाश उरांव आदि शामिल थे। टीम में शामिल सभी अभियंताओं ने विमर्श किया। अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार सिंह ने बताया कि जल्द बराज की पश्चिमी दीवार और दरवाजा की मरम्मत होगी। ज्ञात हो कि 28 व 29 मई को तेज आंधी तूफान , भारी वर्षा और बाढ़ के कारण इस बराज का पश्चिमी द्वार बांध टूट गया था। वर्षा इतनी अधिक हुई थी कि बाढ़ आ गया था। जससे बराज के पश्चिमी बांध को तोड़कर बहा ले गया। बराज की क्षतिग्रस्त बांध आदि के बारे में दैनिक जागरण समाचार पत्र में प्रमुखता से खबर छपी थी। और खबर छपने के दिन ही पहले तो सिचाई विभाग के कनीय अभियंता प्रकाश उरांव बराज को देखने आए। बीते तीन जून माह में सिचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता प्रकाश चंद्र बिरुवा , कार्यपालक अभियंता जय शंकर राय , सहायक अभियंता, अभियंता अभियान तामसे और कनीय अभियंता प्रकाश उराव क्षतिग्रस्त बराज को बारीकी से देखने आए थे। जांच करने के बाद मरम्मति कराने पर सोच विचार कर योजना सृजन करने संबंधी बात कही थी। करीब 25 दिनों बाद मंगलवार को अभियंताओं की टीम आई। बारीकी से बराज की जांच करने के बाद जल्द ही मरम्मती कार्य शुरु कराने का आश्वासन दिया। बराज के दरवाजे को ऊपर नीचे करने वाले मजदूर सफीक अंसारी, अब्दुल रज्जाक, वाहिद अंसारी ने अभियंताओं की टीम से मजदूरों की मजदूरी दर को बढ़ाकर समय पर भुगतान करने का मांग किया।
करीब एक वर्ष पूर्व बराज के दरवाजे को नीचे गिराने के दौरान मजदूर अब्दुल रज्जाक नीचे गिर गए थे। जिससे कि उनका हाथ व पांव टूट गया था। जिसका की इलाज में उनका स्वयं का काफी अधिक मात्रा में राशि खर्च हुई। पीड़ित मजदूर ने मुआवजे का मांग किया। बताते चलें कि ठाकुरगंगटी के प्रखंड क्षेत्र के 16 में से करीब 10 पंचायतों और मेहरमा प्रखंड क्षेत्र के करीब पांच पंचायतों के लाखों किसान इस बराज से अपने खेतों की सिचाई करते हैं। इसलिए इस बार आज की मरम्मतीकरण और मजबूतीकरण अति आवश्यक है । जिससे कि किसानों को सिचाई के क्षेत्र में निर्बाध गति से बेहतर सुविधा मिलते सके।