बिहार सीमा से सटे गांवों में देसी शराब बना कुटीर उद्योग

गोड्डा जिले के करीब आठ थाना क्षेत्रों की सीमा बिहार राज्य से लगी हुई है। बिहार में शराबबंदी के कारण सीमा क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर महुआ शराब बनाई जा रही है। इसकी खपत भी काफी है। इन गांवों में देसी शराब का कुटीर उद्योग बन गया है। एक पखवाड़े में यहां एक दर्जन से अधिक गांवों में उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी कर

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 06:14 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 06:14 PM (IST)
बिहार सीमा से सटे गांवों में देसी शराब बना कुटीर उद्योग
बिहार सीमा से सटे गांवों में देसी शराब बना कुटीर उद्योग

जागरण संवाददाता, गोड्डा : गोड्डा जिले के करीब आठ थाना क्षेत्रों की सीमा बिहार राज्य से लगी हुई है। बिहार में शराबबंदी के कारण सीमा क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर महुआ शराब बनाई जा रही है। इसकी खपत भी काफी है। इन गांवों में देसी शराब का कुटीर उद्योग बन गया है। एक पखवाड़े में यहां एक दर्जन से अधिक गांवों में उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी कर हजारों लीटर महुआ शराब और भारी मात्रा में जावा महुआ को नष्ट किया है। रविवार की रात भी मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सीमावर्ती गांव खटनई में पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी कर तीन धंधेबाजों को धरदबोचा।

इधर मैन पावर की कमी के कारण उत्पाद विभाग अवैध शराब पर लगाम लगाने में लाचार दिख रही है। विभाग के पास अधीक्षक के अलावा सिर्फ एक उत्पाद अवर निरीक्षक और कार्यालय क्लर्क है। इस कारण विभाग नियमित छापेमारी अभियान भी नहीं चला पाता है। हर छापेमारी में उन्हें स्थानीय थाना की पुलिस से सहयोग लेनी पड़ती है। जानकारी के अनुसार मुफस्सिल क्षेत्र के खटनई से लेकर मेहरमा थाना की सीमा बाराहाट तक अवैध कारोबार चलता है। इसमें बसंतराय और हनवारा थाना क्षेत्र अवैध शराब के मामले में अधिक बदनाम रहा है। उक्त थाना क्षेत्र के गांव बिहार की सीमा से सटा हुआ है। सीमा से सटे हनवारा के कलाली मुहल्ला, बैजाचक, विश्वासखानी, संग्रामपुर मुशहरी टोला, कोयला आदि आधे दर्जन गांवों में भट्टी से जावा महुआ से देसी शराब तैयार की जाती है। साथ ही साथ क्षेत्र में लगने वाले साप्ताहिक हाट में भी इसे खूब खपाया जाता है। देसी शराब कारोबारी सीमावर्ती राज्य बिहार में ऊंचे दामों में इसे खपाते रहे हैं। सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण जगह जगह अंग्रेजी शराब की तस्करी भी बड़े पैमाने पर होती है। बसंतराय, हनवारा और महागामा की लाइसेंसी अंग्रेजी शराब की दुकानों से बड़े पैमाने पर बिहार से आकर लोग शराब की खरीददारी करते हैं। इस दौरान शराब ले जाते हुए भी दर्जनों कारोबारियों को पुलिस ने दबोचा है। बीते 21 सितंबर को हनवारा पुलिस ने दो शराब तस्कर को गिरफ्तार किया गया था। 170 बोतल चैंपियन कंट्री सैंपल की स्प्रिट शराब को अपराधि बाइक से सीमावर्ती राज्य बिहार ले जा रहे थे। गिरफ्तार दोनों शराब तस्कर बिहार के भागलपुर जिले के रहने वाले थे।

बताया जाता है कि राजमहल परियोजना ललमटिया से कोयला चोरी करने वाले बिहार के धंधेबाजों का यहां आना जाना लगा रहता है। महुआ और अंग्रेजी शराब कारोबार के विरुद्ध स्थानीय पुलिस व आबकारी विभाग की कार्रवाई समय समय पर चलती रहती हैं लेकिन यह नाकाफी है।

बीते रविवार को मुफस्सिल थाना क्षेत्र में अवैध शराब के खिलाफ विशेष छापेमारी अभियान चलाया गया। इस दौरान 18 लीटर अवैध महुआ शराब के साथ तीन धंधेबाजों को गिरफ्तार किया गया है।

बिहार राज्य के बांका जिले के सीमावर्ती ग्राम खटनई एवं अडानी पावर प्लांट गेट नंबर 1 में अवैध शराब के भंडारण और बिक्री की सूचना मिलने पर छापेमारी की गई थी। वर्जन: विभाग के पास मैन पावर की तो भारी कमी है। बिहार चुनाव को दखते हुए उपायुक्त के आदेश पर सीमावर्ती क्षेत्रों में अब प्रति सप्ताह तीन से चार दिनों तक छापेमारी अभियान चलाने की योजना तैयार की गई है। - अवधेश कुमार सिंह, उत्पाद अधीक्षक, गोड्डा

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