कुपोषण मुक्त जिला बनाने को बेहतर होंगीं सुविधाएं

गोड्डा जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में कुपोषित बच्चों को मिलने वाली सु

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 08:42 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 08:42 PM (IST)
कुपोषण मुक्त जिला बनाने को बेहतर होंगीं सुविधाएं
कुपोषण मुक्त जिला बनाने को बेहतर होंगीं सुविधाएं

जागरण संवाददाता, गोड्डा : जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में कुपोषित बच्चों को मिलने वाली सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। सुपोषित कार्यक्रम के अंतर्गत जिला प्रशासन एवं डीएमएफटी के वित्तीय व यूनिसेफ के तकनीकी सहायता की मदद से सभी प्रखंडों में कार्यक्रम चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में पांच साल तक के बच्चों का स्क्रीनिग कराई जाएगी ताकि उनमें से समतुल्य बच्चों को ढूंढा जाएगा। इसके बाद निर्धारित किया जाएगा कि उन कुपोषित बच्चों का इलाज किस स्तर पर किया जाए। यदि बच्चे अति गंभीर कुपोषित मिलते हैं तो उन्हें एमटीसी भेजा जाएगा। यदि बच्चा अति गंभीर कुपोषित नहीं है तो सामुदायिक स्तर पर ही बच्चों के पोषण की व्यवस्था की जाएगी।

कार्यशाला में बताई गई योजना की कड़ियां: इस मसले से संबंधित कार्यशाला बुधवार को मुख्यालय सभागार में उप विकास आयुक्त चंदन कुमार की अध्यक्षता में अति कुपोषित बच्चों के समुदाय आधारित प्रबंधन सुपोषित गोड्डा कार्यक्रम से संबंधित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में उप विकास आयुक्त ने कहा कि इसमें जितनी भी प्रक्रियाएं हैं। सभी को यथाशीघ्र पूर्ण कर आरंभ किया जाय। ताकि जिले को कुपोषण से मुक्त किया जा सके। जिले से कुपोषण को समाप्त करने हेतु सभी विभागों के बीच में समन्वय स्थापित करते हुए कार्यों को आगे बढ़ाने का निर्देश दिया।

ये थे मौजूद: कार्यशाला में सिविल सर्जन डॉ शिव प्रसाद मिश्रा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कलानाथ, यूनिसेफ के प्रतिनिधि रूपक दीक्षित, रिसोर्स पर्सन विकास सीट, रीमा कुमारी, विभिन्न प्रखंडों के बीडीओ व सीओ सहित अन्य कर्मी मौजूद थे।

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