गोड्डा में बाल विवाह की दर झारखंड में सर्वाधिक

जासं गोड्डा नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (एनए़फएचएस) के अनुसार झारखंड में 38 फीसद महिलाअ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 11:55 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 11:55 PM (IST)
गोड्डा में बाल विवाह की दर झारखंड में सर्वाधिक
गोड्डा में बाल विवाह की दर झारखंड में सर्वाधिक

जासं, गोड्डा : नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (एनए़फएचएस) के अनुसार झारखंड में 38 फीसद महिलाओं की शादी 18 साल से पहले हो जाती है। यह देश में बाल विवाह की दर 27 फीसद से ज्यादा है। वहीं गोड्डा जिले में बाल विवाह की दर पूरे झारखंड में सर्वाधिक 63.5 फीसद है।

यहां महिला साक्षरता की दर भी महज 44 फीसद है। माध्यमिक विद्यालयों में केवल 40 फीसद लड़कियां ही पढ़ पाती हैं। उच्च शिक्षा में यह दर और भी कम है। उच्च शिक्षा में महिलाओं की दर सिर्फ 20 फीसद है। विद्यालय से वंचित किशोरियों को बाल विवाह का कोपभाजन बनना पड़ता है। कोविड महामारी की वजह से सभी विद्यालय बंद करने पड़े और कुछ बच्चों को काम पर भी जाना पड़ा। इस कारण उनकी सुरक्षा से जुड़ी समस्याएं और भी गहरी हो रही है। इस पर चितन करने की जरूरत है। यह जानकारी इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिसर्च ऑन विमेन (आईसीआरडब्ल्यू) कार्यक्रम की प्रमुख नसरीन जमाल ने दी। वे गुरुवार को जिला मुख्यालय में बालू विवाह उन्मूलन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता थीं।

इससे पहले आईसीआरडब्लू और साथी संस्था ने समाहरणालय परिसर में उजाले की ओर बिटिया की दौड़ नाटक का मंचन किया। उपायुक्त भोर सिंह यादव एवं अनुमंडल पदाधिकारी ऋतुराज , आईसीआरडब्लू कार्यक्रम प्रमुख नसरीन, डॉ. नीरज कुमार, कालेश्वर मंडल, पारस वर्मा आदि थे। बाल विवाह उन्मूलन से संबंधित उमंग कार्यक्रम के तहत नुक्कड़ नाटक टोली के रथ को डीसी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

डीसी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम से गोड्डा में बाल विवाह में कमी आएगी। उमंग कार्यक्रम के तहत किशोरी सशक्तीकरण और लैंगिक समानता पर काम किया जा रहा है। 10-18 वर्ष की किशोरियों के साथ लिग आधारित भेदभाव की समाप्ति एवं समाज में लड़कियों के प्रति सकारात्मक सोच उत्पन्न करने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी है। अभियान गोड्डा अनुमंडल के 96 स्थानों और महागामा अनुमंडल के 55 स्थानों पर चलेगा। इसमें समुदाय की भूमिका अहम होगी।

कार्यक्रम में समग्र शिक्षा अभियान से शंभूदत्त मिश्रा, सोनी कुमारी, बाल संरक्षण पदाधिकारी रितेश कुमार, विनय चौधरी, शक्ति घोष, पारस वर्मा, विनीत कुमार, उमंग परियोजना की नेहा सरकार, बिभाष चंद्र, सुबोध कुमार, संजीव कुमार, पूनम कुमारी आदि मौजूद थीं।

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