गांव नहीं पहुंचती एंबुलेंस, संस्थागत प्रसव पर सवाल
संवाद सहयोगी हनवारा गोड्डा जिले के महागामा अनुमंडल क्षेत्र में दो ऐसे सड़क विहीन गांव ह
संवाद सहयोगी, हनवारा : गोड्डा जिले के महागामा अनुमंडल क्षेत्र में दो ऐसे सड़क विहीन गांव हैं। जिन्हें आज तक पक्की सड़क नसीब नहीं हुआ। हनवारा क्षेत्र के घुठियानी पंचायत अंतर्गत खोरद एवं परसा पंचायत के ग्राम विक्रमपुर गांव बिहार सीमा पर बसा है। इन गांवों में जाने के लिए एक सड़क तक नहीं है। बीमार को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस गांव नहीं पहुंच पाती। उपचार के अभाव में अबतक कई लोगों की मौत हो गई हैं।
गर्भवती महिलाओं का प्रसव गांव में ही कराना पड़ता है। स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में कई मासूमों की जान भी जा चुकी है।
विक्रमपुर गांव में सड़क के अभाव में तलाब के मेड़ पार से बरसात के दिनों में बड़ी मुश्किलों से जान जोखिम में डालकर आवाजाही करना ग्रामीणों की मजबूरी बन गई है। महिलाओं ने बताया कि सरकार कह रही है घर में प्रसव न कराकर प्रसूता महिला को अस्पताल ले जाएं। लेकिन गांव तक सड़क नहीं होने से 108 व जननी वाहन नहीं पहुंचने से अस्पताल तक समय पर पहुंचना संभव नहीं हो पाता। जिसके कारण साल में कई मासूम बच्चों समेत लोगों ने जान गवाए हैं। - ---------------- फोटो :30
आजादी के इतने सालों बाद भी हमलोगों को पक्की सड़क नसीब नहीं हुई हैं, आज भी हमलोग बेबस होकर कीचड़ में चल रहे हैं। - पप्पू कुमार फोटो : 31
गांव में पक्की सड़क नहीं रहने से बीमार पड़ने पर गांव तक एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाता हैं। जिस कारण अबतक कई लोगों की जान जा चुकी हैं। -मोहम्मद सलमान। फोटो : : 32
पक्की सड़क नहीं होने से आने जाने में परेशानी होती है। गांव में यदि को कोई बीमार पड़ता है। अस्पताल लेकर जाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। - मोहम्मद मोईन। फोटो : 33
गांव आकर जिस तरह चुनाव के समय नेता लोग पक्की सड़क बनाने जैसे कई तरह की वादा करके जाते हैं। विकास के नाम पर उस नेता के मुंह पर कड़ा तमाचा हैं। - मोहम्मद मंजूर