महिला ने ससुराल वालों पर लगाया पति की हत्या का आरोप

संवाद सहयोगी हीरोडीह एक महिला ने अपने ससुराल वालों पर पति की हत्या कर शव जला देने क

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 12:41 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 12:41 AM (IST)
महिला ने ससुराल वालों पर लगाया पति की हत्या का आरोप
महिला ने ससुराल वालों पर लगाया पति की हत्या का आरोप

संवाद सहयोगी, हीरोडीह : एक महिला ने अपने ससुराल वालों पर पति की हत्या कर शव जला देने का आरोप लगाया है। इसे लेकर महिला के हीरोडीह थाना में आवेदन देने के पांच दिन बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।

आवेदन में धनवार थाना क्षेत्र के बादीडीह निवासी विदेशी बैठा की पुत्री उर्मिला देवी कहा है कि उसकी शादी 17 वर्ष पूर्व हीरोडीह थाना क्षेत्र के तीसीटांड़ निवासी मुंशी बैठा के पुत्र अमित रजक उर्फ डोमन बैठा के साथ हुई थी। शादी के बाद घरेलू विवाद को लेकर सास तथा गोतनी से उसका हमेशा झगड़ा होते रहता था। इसे लेकर रिश्तेदारों ने कई बार समझौता कराया था। बावजूद इसके ससुराल वाले उसे हमेशा प्रताड़ित करते थे। एक सप्ताह पूर्व भी ससुराल वालों से उसका झगड़ा हुआ था। उसने इसकी जानकारी मायके वालों को दी। 16 अक्टूबर को उसके स्वजन कुछ गणमान्य लोगों के साथ ससुराल पहुंचे, जहां दोनों पक्षों के बीच समझौता को लेकर पंचायत बुलाई गई, लेकिन नशे में धुत उसके पति ने पंचों की एक भी बात नहीं सुनी। वह केवल यह बोल रहा था कि उर्मिला को यहां से भगाओ। यदि वह उसके घर में रही तो उसे जान से मार देंगे। इसके बाद पंचों ने उसे कुछ दिन तक मायके में रहने की सलाह दी। इसके बाद वह मायके चली गई। मायके आने के बाद दूसरे दिन 17 अक्टूबर को गांव वालों से उसके भाई महेंद्र को सूचना मिली कि उसके पति की हत्या कर दी गई है। वह अपने परिवार और गांव के लोगों के साथ रोते-बिलखते ससुराल पहुंची। पति का शव दिखाने के लिए वह ससुराल वालों के समक्ष काफी गिड़गिड़ाई। ससुराल वालों ने गालीगलौज व मारपीट कर वहां से भगा दिया। शव की शिनाख्त न हो, इसके लिए ससुराल वालों ने उसे आनन-फानन में जला दिया।

इधर, महिला ने बताया कि पति की हत्या मामले में 18 अक्टूबर को हीरोडीह थाना में आवेदन देकर ससुर मुंशी बैठा, पति के भाई हाड़ी बैठा व गोतनी बिनीता देवी को नामजद आरोपित बनाते हुए न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।

थाना प्रभारी राधेश्याम पांडेय कहा कि पीड़िता का आवेदन मिला है, लेकिन दोनों पक्षों की ओर से आपसी समझौता किया जा रहा है, इसलिए प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।

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