सफेद हाथी बनी पानी टंकी, पेयजल के लिए तरस रहे लोग
बिरनी (गिरिडीह) ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल देने के लिए विधायक व सांसद के अथक प्रयास से करोड
बिरनी (गिरिडीह): ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल देने के लिए विधायक व सांसद के अथक प्रयास से करोड़ों रुपये की लागत से सिमराढाब पंचायत के नवादा में बारह साल पूर्व बनी पानी टंकी सफेद हाथी बनकर रह गई है। इस भीषण गर्मी में ग्रामीणों में पेयजल के लिए हाहाकार मचा है और इस टंकी से तीन पंचायत के दर्जनाधिक गांव के ग्रामीणों को अब तक एक बूंद भी शुद्ध पेयजल की आपूर्ति नहीं हो सकी है। ग्रामीण अब भी पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं। उसके बाद भी विभाग के पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि कुंभकर्णी नींद में सोए हैं। पानी टंकी जर्जर होने के कगार पर है। वर्ष 2014 से अब तक भाजपा के सांसद हैं। पूरे झारखंड में माले का गढ़ कहा जानेवाला बगोदर विस में वर्ष 2015 में माले की लाल लहर को ध्वस्त कर भाजपा का कमल खिला था। यहां की जनता ने उस समय नागेंद्र महतो को विधायक बनाकर जनता के सवालों को विधानसभा में उठाने का मौका दिया था। जनता को काफी उम्मीद थी कि अभी भाजपा के सांसद व विधायक बने हैं तो उनके लिए शुद्ध पेयजल की समस्या खत्म हो जाएगी, लेकिन स्थिति जस की तस बनी रही। वर्ष 2019 में बगोदर की जनता ने कमल फूल को मुरझा दिया और पुन: फिर से भाकपा माले के लाल लहर को स्थापित किया। अब भाकपा माले के विधायक विनोद कुमार सिंह ने सरकार को समर्थन भी दिया है। उनका कार्यकाल लगभग 16 माह हो चुका है। अब यह देखना है कि इनके समय भी पानी की आपूर्ति हो सकती है या नहीं। इस पानी टंकी से ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करवाना एक चुनौती है।
क्यों बंद है पानी टंकी : पानी टंकी बनते ही सभी गांवों में पानी की आपूर्ति के लिए सड़क के किनारे पाइप लाइन बिछाई गई। पाइप बिछते ही रांची देवघर मुख्य मार्ग की सड़क के चौड़ीकरण का कार्य शुरू हुआ। कार्य शुरू होते ही बिछी पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई जिस कारण पेयजल की आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी। इस पर विभाग ने ध्यान नहीं दिया है। क्षतिग्रस्त पाइप लाइन आज भी जस की तस है।
ग्रामीण क्या करते हैं : ग्रामीण पवन कुमार, पप्पू कुमार, सौरभ कुमार, दीपक यादव, रघुनंदन वर्मा, सुनीता देवी, सरिता देवी, रिकी देवी आदि ने बताया कि इस पानी टंकी से ग्रामीणों को जो उम्मीद थी वह समाप्त हो गई है। पानी टंकी को निर्माण हुए 10 साल बीत गया, लेकिन इससे ग्रामीणों को एक बूंद पानी नहीं मिला है।
पूर्व विधायक दिवंगत महेंद्र सिंह का था सपना : पूर्व विधायक महेंद्र सिंह का एक सपना था कि बगोदर पूरे झारखंड में ऐसा विधानसभा होगा जिसकी एक अलग पहचान होगी। उनका एक सपना था कि क्षेत्र के हर गांव में ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल व किसानों को खेतों में पानी की व्यवस्था हो। वर्ष 2005 में उनकी हत्या हो गई। उसके बाद यहां की जनता ने उनके इकलौते पुत्र को विधानसभा में नेतृत्व करने के लिए विधायक चुनकर भेजा। उन्होंने अपने पिता के अधूरे सपने को पूरा करने का काफी प्रयास किया और इसके लिए बिरनी के नवादा में करोड़ों रुपये की लागत से पानी टंकी का निर्माण कराया, लेकिन ग्रामीणों को अब तक उस टंकी से शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है।
कनीय अभियंता क्या कहते हैं : विभाग के कनीय अभियंता सुनील सिंह ने बताया कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं हैं। क्यों बंद है इसकी जानकारी लेकर शीघ्र ही इसे चालू करने का प्रयास किया जाएगा।