11 माह से जलापूर्ति ठप, तीन हजार की आबादी प्रभावित

बनियाडीह कोलिमारन चानक का मोटर जल जाने से सीसीएल क्षेत्र के एक दर्जन गांवों में 11 माह से

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 05:28 PM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 05:28 PM (IST)
11 माह से जलापूर्ति ठप, तीन हजार की आबादी प्रभावित
11 माह से जलापूर्ति ठप, तीन हजार की आबादी प्रभावित

बनियाडीह : कोलिमारन चानक का मोटर जल जाने से सीसीएल क्षेत्र के एक दर्जन गांवों में 11 माह से जलापूर्ति बंद है। इससे क्षेत्र की लगभग तीन हजार की आबादी के बीच पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। बरसात के दिनों में ग्रामीणों को पानी जुगाड़ करने में काफी परेशानी हो रही है। इतने दिन बीत गया और मोटर चानक में लगाकर सीसीएल ने जलापूर्ति शुरू नहीं की है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। लोग अब सीसीएल ओपेनकास्ट माइंस में कोयला उत्पादन ठप करने का मन बना रहे हैं।

-कहां-कहां ठप है जलापूर्ति

सीसीएल क्षेत्र के कोलिमारन, बालोडिगा, महुआटांड़ के दलित एवं अल्पसंख्यक टोला, कोल्हरिया, महेशलुंडी, बालोडिगा, तिनकोनिया आदि गांवों में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। पानी जुगाड़ करने में ग्रामीणों को बरसात में भी दूर-दूर भटकना पड़ रहा है। लोगों को नहाने धोने समेत अन्य दैनिक कार्य में काफी परेशानी हो रही है।

क्या कहती हैं महिलाएं

कमली देवी का कहना है कि कोलिमारन चानक से जलापूर्ति बंद है जिससे बरसात के दिनों में पीने के पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। रोज सुबह होते ही घर का काम धंधा छोड़कर पानी का जुगाड़ करना पड़ता है। पानी लाने के बाद घर में खाना बनाती हैं। उन्होंने सीसीएल प्रबंधन से जल्द कोलिमारन से जलापूर्ति शुरू कराने की मांग की है।

कमलादेवी का कहना है कि कोलिमारन चानक का मोटर खराब रहने से पूरे क्षेत्र में पानी के लिए हाहाकर मचा हुआ है। इसे चालू कराने में कोई भी पार्टी के लोग ध्यान नहीं दे रहे हैं। 11 माह से कोलिमारन चानक बंद है। इतने दिन हो गया यदि इसे चालू किया गया तो सीसीएल इसे बंद कर देगा।

सावित्री देवी का कहना है कि उक्त चानक से जलापूर्ति नहीं होने पर पीने का पानी के साथ-साथ लोगों को नहाने व कपड़े धोने में काफी फजीहत होती है। सीसीएल जिस उद्देश्य के साथ यहां कोलिमारन से जलापूर्ति शुरू किया इसका लाभ यहां के ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है।

देवंती देवी अपनी आपबीती सुनाते हुए कहती है कि महुआटांड़ दलित बस्ती में बरसात में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। गांव में लगभग चापाकल खराब पड़े है। लोगों बरसात में नदी नाले का पानी उपयोग में लाते हैं। यहां वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है। जहां से लोगों को जरूरत भर पानी नहीं मिल पाता है।

सोमरी देवी का कहना है कि उक्त चानक से जलापूर्ति तो बंद रहने से महिलाओं की परेशानी बढ़ गई है। महिलाएं जहां-तहां से पानी लाकर खाना बनाती हैं। सीसीएल प्रबंधन इसे शीघ्र चालू कराएं अन्यथा महिलाएं सड़क पर उतर कर पानी के लिए आंदोलन करेगी।

इधर पीओ विनोद कुमार ने बताया कि कोलिमारन चानक का मोटर जल गया है। इसकी मरम्मत का कार्य वर्कशॉप बनियाडीह में चल रहा है। चानक में मोटर को झूलानेवाला रस्सा सड़ गया है। इसकी भी व्यवस्था की जा रही है। मोटर बनने के बाद जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी।

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