पलक झपकते ही गायब ना हो जाए तोता
गिरिडीह आप मरीज हैं सदर अस्पताल इलाज करवाने आए हैं। आप कुछ परेशान भी होंगे। परे
गिरिडीह : आप मरीज हैं, सदर अस्पताल इलाज करवाने आए हैं। आप कुछ परेशान भी होंगे। परेशानी को झेलते हुए आपको यहां सतर्क भी रहना होगा, नहीं तो तोता आएगा मीठी- मीठी बातों की जाल में आपको फंसाएगा और पलक झपकते ही आपसे रुपये ठगकर फरार हो जाएगा। आप हाथ मलते ही रह जाएंगे। वह ठग अपने आप को एसपी, डीसी का करीबी, चिकित्सक से अच्छी जान पहचान, बेहतर इलाज करवा देना आदि बातें बोलकर अपनी जाल में आपको फंसा सकता है। इन दिनों कुछ इसी तरह की बातों को बोलकर मरीजों को ठगनेवाला एक गिरोह सदर अस्पताल में सक्रिय होता जा रहा है। फिलहाल दो मामले सामने आए हैं। हालांकि पीड़ितों की ओर से कहीं शिकायत नहीं की गई है।
इस बारे में शनिवार को ठगी का शिकार हुए मुफस्सिल थाना क्षेत्र के डांड़ीडीह निवासी भीम दास ने बताया कि गोतिया लोगों के ताने से परेशान होकर उसकी पुत्री रीता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह बात पूछने जाने पर गोतिया लोगों ने पिटाई कर उसे घायल कर दिया। वह इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचा। यहां तीन युवकों ने अपने को स्वास्थ्यकर्मी बताते हुए चिकित्सक से अच्छे से दिखवा व बढि़या से मरहम पट्टी करवा देने की बात कही। इसके एवज में छह सौ रुपये की मांग की गई। इस पर घायल ने उन लड़कों से कहा कि छह सौ रुपये नहीं हैं। उसके पास तीन सौ रुपये है। फिर तीनों लड़के उससे तीन सौ रुपये लेने के बाद घायल को वहीं बेंच पर बैठाकर चिकित्सक से बात कर आने को बोल जो गया सो घंटों इंतजार के बाद भी नहीं लौटे। दोपहर को जख्म पर जब एक स्वास्थ्य कर्मी की नजर पड़ी तो मामले का खुलासा हुआ। फिर उसके जख्म की मरहम पट्टी की गई। दूसरी घटना सदर अस्पताल में ही शुक्रवार को घटी। यहां ठग गिरोह के युवकों ने मारपीट में घायल पचंबा थाना अंतर्गत ढाकोटांड़ बोड़ो निवासी घायल से लगभग दो हजार रुपये ठगकर फरार हो गए। एसपी का करीबी बताकर घायल को ठगा गया था। घायल को पुलिस लाइन भी ले जाया गया था।
बहरहाल बात जो भी हो आपको सतर्क रहने की आवश्यकता है, तभी आप ठगों के चंगुल में फंसने से बच पाएंगे।