14 घंटे आठ मिनट का होगा इस वर्ष का पहला रोजा

बिरनी (गिरिडीह) शब-ए-बरात के बाद होनेवाले पर्व रमजान की तैयारी शुरू हो गई है। 13 या

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 06:31 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 06:31 PM (IST)
14 घंटे आठ मिनट का होगा इस वर्ष का पहला रोजा
14 घंटे आठ मिनट का होगा इस वर्ष का पहला रोजा

बिरनी (गिरिडीह) : शब-ए-बरात के बाद होनेवाले पर्व रमजान की तैयारी शुरू हो गई है। 13 या 14 अप्रैल को (चांद के हिसाब से) रमजान की शुरुआत होगी। इस बार पहला रोजा 14 घंटे आठ मिनट तथा अंतिम रोजा 14 घंटे 52 मिनट का होगा। यह जानकारी मौलाना अख्तर ने दी है। कैलेर के हिसाब से पहला रोजा सबसे छोटा और आखिरी रोजा सबसे लंबा होगा। रमजान का कैलेंडर जारी हो गया है। मस्जिदों में तरावीह की नमाज की तैयारियां शुरू हो चुकी है। कोरोना की वजह से पिछले साल रोजेदारों ने घर पर ही नमाज अता की थी। गर्मी में लोगों को पल-पल पानी की जरूरत महसूस होती है। ऐसे में रोजेदारों को लगभग 15 घंटे पानी की एक बूंद भी नहीं पीना होगा, जो एक कठिन इबादत होगी। बताया कि गर्मी और लू के थपेड़ों के बीच रमजान की शुरुआत होगी। खुदा की इबादत करनेवाले गर्मी के कारण रोजा नहीं छोडें़गे। पहले भी गर्मी का दौर आया था, तब लोगों के घरों में कूलर व पंखे नहीं होते थे। तब भी रोजे रखे जाते थे। 36 साल बाद रमजान पुन: उसी मौसम में पहुंच जाता है। इस्लामी कैलेंडर और अंग्रेजी कैलेंडर में एक साल में 10 दिन का अंतर आता है। यह अंतर इसलिए आता है कि इस्लामी कैलेंडर में 29 या 30 दिन का महीना होता है तो वहीं अंग्रेजी कैलेंडर में (फरवरी को छोड़) 30 या 31 दिन का महीना होता है।

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