राम के लिए रहीम का झंडा ले लो साहब
गिरिडीह महारामनवमी पर्व सामने है। इस पर्व में मुख्य रूप से महावीरी पताका चढ़ाया व फहराया
गिरिडीह : महारामनवमी पर्व सामने है। इस पर्व में मुख्य रूप से महावीरी पताका चढ़ाया व फहराया जाता है। शहर की हृदयस्थली बड़ा चौक जहां रामनवमी पर्व को ले महावीरी झंडों का बाजार सजता है। यहां श्रीराम के लिए रहीम झंडा बनाता और बेचता भी है। रामनवमी के मौके पर एक दो को छोड़ मुस्लिम समुदाय के लोग ही झंडा बनाते और बेचते हैं। यह कारोबार आज का नहीं है बल्कि यह लोग पूर्वजों की विरासत को संभालते हुए झंडा बनाने व बेचने का काम करते आ रहे हैं। झंडा बेचने के लिए छोटे-छोटे बच्चे भी स्वजनों की मदद करते है। यहां से गुजरते समय आपके कानों तक यह आवाज जरूर टकराएगी, राम के लिए रहीम का झंडा ले लो साहब।
इस बारे में भंडारीडीह निवासी मो. इम्तीयाज ने बताया कि वह अपने दादा के साथ यहां झंडा बेचने आता था। धीरे-धीरे सिलाई सिखने के बाद उसने भी झंडा बनाना शुरू कर दिया। अब उसके साथ उसका बेटा भी झंडा बनाने और बेचने में मदद करता है। श्रद्धालु कपड़ा खरीदकर लाते हैं और वह ग्राहक के मनमुताबिक झंडा बना देते हैं। कुछ बनाकर भी रखते हैं।
इसी तरह दर्जी मोहल्ला के फिरोज, मो. इसरैल, बरवाडीह के मो. मुस्ताक आदि ने बताया कि वे लोग पूर्वजों की विरासत को संभालते हुए यह कारोबार कर रहे हैं। रामनवमी पर्व में ना तो उसे महावीरी झंडा बेचेने में परेशानी है और ना ही खरीदने वाले श्रद्धालुओं को कोई संकोच है। कहा कि समाज में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो अपने फायदे के लिए जाति-धर्म के नाम पर लोगों को लड़वा देते हैं। लोगों को अपनी समझ से काम लेना चाहिए। आपस में लड़ने से कोई फायदा नहीं है।