दो जिदगियों के जाने के बाद टूटी नींद

गावां (गिरिडीह) शुक्रवार को लक्ष्मीबथान गांव से खाट पर टांगकर प्रसव के लिए लाते वक्त रास्ते

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 07:42 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 07:42 PM (IST)
दो जिदगियों के जाने के बाद टूटी नींद
दो जिदगियों के जाने के बाद टूटी नींद

गावां (गिरिडीह) : शुक्रवार को लक्ष्मीबथान गांव से खाट पर टांगकर प्रसव के लिए लाते वक्त रास्ते में हुए प्रसव के बाद आखिरकार गिरिडीह प्रशासन की नींद खुली। शनिवार को खोरीमहुआ के एसडीएम धीरेंद्र कुमार सिंह प्रसूता की मौत के मामले में जांच के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गावां व प्रसूता के घर लक्ष्मीबाथान पहुंचे। जांच टीम में गिरिडीह से आई जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. सत्यवती हेंब्रम, गावां की बीडीओ मधु कुमारी, सीओ अरुण कुमार खलखो, तिसरी के बीडीओ सुनील प्रकाश शामिल थे। सर्वप्रथम जांच टीम ने गावां अस्पताल में डॉक्टर की अनुपस्थिति मामले की जांच की। इसके बाद सभी लोग मृतका सूरजी मरांडी के घर चल दिए। चार किलोमीटर तक जाने के बाद वहां जाना संभव नहीं था तो सभी अधिकारी गावां के जंगली व पहाड़ी मार्गो से करीब तीन किमी. की दूरी पैदल सफर करते हुए मृतका के घर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। इसके साथ ही तिसरी के बीडीओ को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। खोरीमहुआ के एसडीएम ने कहा कि सुदूरवर्ती क्षेत्र होने के कारण यहां यातायात और संसाधनों की कमी है। इसके साथ ही जानकारी के अभाव में ऐसी घटना घटित हुई है। उन्होंने कहा कि इस गांव को मुख्यधारा से जोड़ने व विकास के लिए तिसरी के बीडीओ को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है जिससे भविष्य में ऐसी घटना की नौबत नहीं आएगी। उन्होंने गावां अस्पताल में डॉक्टर की अनुपस्थिति के विषय में बताते हुए कहा कि इसकी जांच की जा रही है। साथ ही दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विदित हो कि शुक्रवार को तिसरी प्रखंड के लक्ष्मीबथान की एक महिला को ग्रामीणों ने खाट पर टांग कर प्रसव के लिए गावां अस्पताल ला रहे थे। इस दौरान रास्ते में ही महिला का प्रसव हो गया था जिसके बाद इलाज के अभाव में जच्चा-बच्चा दोनों की मौत अस्पताल पहुंचकर हो गई थी।

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