साहब थोड़ा सरिया अस्पताल पर भी नजरे इनायत हो जाए

सरिया (गिरिडीह) गिरिडीह जिले की सबसे बड़ी व्यवसायिक मंडी धनबाद रेल मंडल का सबसे अधिक

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 04:50 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 04:50 PM (IST)
साहब थोड़ा सरिया अस्पताल पर भी नजरे इनायत हो जाए
साहब थोड़ा सरिया अस्पताल पर भी नजरे इनायत हो जाए

सरिया (गिरिडीह): गिरिडीह जिले की सबसे बड़ी व्यवसायिक मंडी, धनबाद रेल मंडल का सबसे अधिक राजस्व देनेवाला स्टेशन, अनुमंडल मुख्यालय, प्रखंड मुख्यालय, बंगाली कोठियों का शहर और कई अन्य प्रसिद्ध उपनामों में शुमार है सरिया बाजार। नाम के अनुरूप शायद ही कोई भी सरकारी सुविधा देखने को मिलेगी सरिया में। खासकर स्वास्थ्य के क्षेत्र में इसकी इतनी बदतर स्थिति है जिसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। अगर सरिया की भौगोलिक स्थिति पर गौर करें तो 23 पंचायतों का यह प्रखंड सरिया, बगोदर एवं बिरनी प्रखंड का अनुमंडल मुख्यालय भी है। गिरिडीह जिले से लगभग 85 से 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस प्रखंड में लगभग पांच से छह लाख लोग निवास करते हैं।

इतना कुछ होने के बाद भी आज सरिया की स्वस्थ्य व्यवस्था का भार लगभग 60 के दशक में बने अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र के दो कमरों के भवन पर है। स्कूल की समय की तरह सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक चंद डॉक्टर एवं स्वास्थ्यकर्मियों के सहारे यह संचालित है। एक ओर जहां आज पूरे देश के साथ-साथ सरिया के भी सैकड़ों लोग कोविड-19 के संक्रमण से जूझ रहे हैं। ऐसी विषम परिस्थिति में भी जिला प्रशासन या फिर राज्य सरकार की ओर से कोविड मरीजों के लिए कोई व्यवस्था सरकारी स्तर पर नहीं की गई है। सरिया के मरीजों के आपातकाल में इलाज के लिए सरिया के निजी अस्प्ताल देवकी अस्पताल में आठ बेड की व्यवस्था की गई है।

ऐसे में स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से इस कोविड के आपातकालीन दिन में भी सरिया को अनुमंडल नहीं तो कम से कम रेफरल अस्पताल का दर्जा देकर मरीजों की 24 घंटे की सेवा चालू करने की मांग की है। यहां सरकारी स्तर पर ऑक्सीजन बेड उक्त कोविड सेंटर की मांग की जा रही है।

-विभाग ने की उपेक्षा तो आमलोगों ने बनाया अधूरा भवन : लगभग एक दशक पूर्व सरिया अस्पताल परिसर में एक 25 बेड का अस्पताल भवन का निर्माण कार्य शुरू किया गया था, लेकिन विभागीय जांच के नाम पर निर्माण कार्य स्थगित कर दिया गया था और उक्त अ‌र्द्धनिर्मित भवन खंडहर का रूप धारण कर लिया। उसके बाद वर्ष 2020 में आजसू नेता सह जिप सदस्य अनूप पांडेय की पहल पर आमजनों के सहयोग से अधूरे अस्पताल के एक भाग को बनाया गया ताकि थोड़ी बहुत स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी पर चल सके। वहीं सरिया को प्रखंड और अनुमंडल बने लगभग एक दशक से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी आज भी लगभग इसका अधिकांश काम बगोदर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से संचालित किया जाता है। संबंधित विभाग इसे बगोदर से अलग करने की भी जरूरत नहीं समझता है। जब भी क्षेत्र में पंचायत चुनाव हो, विधानसभा चुनाव हो या फिर लोकसभा चुनाव हो सभी नेताओं के चुनाव एजेंडे में सरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था में सुधार करना सबसे पहले प्राथमिकता में रहता है। ना जाने कौन सा जीन सरिया अस्पताल में घुसा है कि सभी लोग चुनाव खत्म होते ही इसे भूल जाते हैं कि सरिया में कहीं बदहाल एवं खस्ताहाल बैसाखी के सहारे संचालित होनेवाला अस्पताल परिसर भी है।

chat bot
आपका साथी