धरती की जीवन रेखा है नदी
गिरिडीह आंबेडकर सामाजिक संस्थान गिरिडीह ने रविवार को विश्व नदी दिवस मनाया। इस मौके प
गिरिडीह : आंबेडकर सामाजिक संस्थान, गिरिडीह ने रविवार को विश्व नदी दिवस मनाया। इस मौके पर संस्था की ओर से जागरूकता रैली निकाली गई। इस दौरान सभी शास्त्री नगर स्थित उसरी नदी गए। नदी की बदहाली को देख सभी ने चिता जाहिर की। साथ ही इसे बचाने पर जोर दिया। संस्था के सचिव रामदेव विश्वबंधु ने कहा कि नदी इस धरती की जीवन रेखा है। यह प्राकृतिक संसाधन है। जल, जंगल, जमीन को बचाना होगा। नदी को अविरल बहने देना चाहिए। नदी को बांध देने से ही बाढ़ या सुखाड़ की स्थिति बनती है। गिरिडीह में उसरी नदी को बचाना होगा। अवैध बालू उठाव से नदी प्रभावित हो रही है। कला संगम के सचिव सतीश कुंदन ने कहा कि वे लोग चार साल से उसरी नदी को बचाने में लगे हैं, लेकिन प्रशासन ध्यान नहीं देता है। सामाजिक कार्यकर्ता धरनीधर प्रसाद ने कहा कि नदी बचेगी तो हम सब बचेंगे। नदी रहेगी तो जलस्तर भी ठीक रहेगा। मौके पर दिलीप कुमार, सहदेव राणा, जामिल किस्कू, वजीर दास, गौतम सागर, प्रवीण शर्मा, मनीष कुमार, अधिवक्ता दामोदर गोप आदि उपस्थित थे।