न्याय दिलाने वाले उतरे सड़क पर, व्यवस्था से मांगा न्याय
गिरिडीह दूसरों को न्यायिक प्रक्रिया से लड़कर हक और न्याय दिलाने वाले अधिवक्ता गुरुवार क
गिरिडीह : दूसरों को न्यायिक प्रक्रिया से लड़कर हक और न्याय दिलाने वाले अधिवक्ता गुरुवार को खुद की सुरक्षा और न्याय के लिए सड़क पर उतरे। इस दौरान राज्य में विधि व्यवस्था को लेकर नारेबाजी की। अधिवक्ताओं ने रांची के तमाड़ में अधिवक्ता मनोज झा की हुई हत्या के विरोध में गिरिडीह शहर में जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष प्रकाश सहाय के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने बार एसोसिएशन भवन से जुलूस निकाला। यह जुलूस जेपी चौक होते हुए आंबेडकर चौक होकर समाहरणालय पहुंचा। हाथों में लिए तख्तियां पर अपने हक और सुरक्षा के नारे लिखे हुए थे। अध्यक्ष ने कहा कि अधिवक्ता की हत्या और धनबाद के न्यायाधीश उत्तम आनंद की हत्या से अधिवक्ता आक्रोशित हैं। सरकार जल्द हत्यारों को गिरफ्तार करे। साथ ही एक उच्चस्तरीय जांच कमेटी से इसकी जांच करे। उन्होंने जल्द ही राज्य में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की। महासचिव चुन्नूकांत ने संचालन करते हुए कहा कि सरकार दिवंगत अधिवक्ता के स्वजनों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दे।
महिला अधिवक्ताओं ने भी सरकार से मांगी सुरक्षा: इस दौरान अध्यक्ष और महासचिव के साथ चार सदस्यों ने डीसी राहुल कुमार सिन्हा से मिलकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान स्टेट बार काउंसिल के सदस्य परमेश्वर मंडल ने मांग की कि सरकार अपराधियों पर लगाम लगाए। अधिवक्ता अजय कुमार सिन्हा ने कहा कि एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट समय की मांग है। सरकार इसे जल्द लागू करे। सतीश कुंदन व कामेश्वर यादव ने कहा कि जब वकीलों की जिदगी सुरक्षित नहीं है तो आम जनता को कैसे न्याय मिलेगा। इसके पूर्व शहर में निकाले गए प्रतिवाद मार्च में बड़ी संख्या में महिला अधिवक्ता भी शामिल हुईं। इनमें सुनीता शर्मा, उर्मिला शर्मा, मीरा कुमारी, रेणु वर्मा, संघ के उपाध्यक्ष बालगोबिद साहू, कोषाध्यक्ष उदय शंकर सिन्हा, दशरथ प्रसाद, राजीव सिन्हा, शिवेंद्र सिन्हा, अमित सिन्हा, बिपिन यादव, साजिद महमूद, कलाम समेत कई अधिवक्ता शामिल थे।