बिरनी के एक दर्जन से अधिक गांवों में पानी के लिए हाहाकार
बिरनी (गिरिडीह) भरकट्टा पानी टंकी से पिछले तीन माह से पेयजलापूर्ति ठप है। इससे एक दर्जन स
बिरनी (गिरिडीह): भरकट्टा पानी टंकी से पिछले तीन माह से पेयजलापूर्ति ठप है। इससे एक दर्जन से अधिक गांवों में पानी के लिए हाहाकार मच गया है। विभाग के पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि मौन हैं। पेयजलापूर्ति बंद होने के कारण यहां के ग्रामीण बारिश का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। इससे गांवों में बीमारी फैलने की संभावना बनी हुई है। जलसंकट के कारण गृहिणी महिलाएं काफी परेशान हैं। इस टंकी से केशोडीह, तुलसीटांड़, कुसमय, मनकडीहा आदि पंचायत के एक दर्जन से अधिक गांवों में जलापूर्ति होती है। इसके बावजूद कई गांवों में जलसंकट बरकरार है। -ग्रामीण क्या कहते हैं : ग्रामीण अशोक वर्मा, महेश सोनी, एतवारी वर्मा व असलम मल्लिक ने बताया कि जब से इस टंकी से जलापूर्ति शुरू हुई है तब से कभी भी उन्हें ठीक से पानी नहीं मिला। कभी जलापूर्ति दो माह तक बंद रहती है तो कभी छह माह तक। कभी पैनल जल जाता है तो कभी पंप आपरेटर को मानदेय नहीं मिलता है इस कारण उन्हें पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ता है। पिछले तीन माह से जलापूर्ति ठप है। जब अखबार में खबर प्रकाशित होती है तो विभाग थोड़ा गंभीर होता है और किसी तरह जलापूर्ति शुरू कराता है। एकाध माह ठीक से इसकी आपूर्ति होती है। उसके बाद यह फिर बंद हो जाती है। विभाग के अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी कोई पहल नहीं की जाती है।
वर्जन
पंप आपरेटर को समिति की ओर से मानदेय नहीं दिया गया है जिस वजह से वह काम नहीं कर रहा है। स्थानीय मुखिया के साथ बैठक कर शीघ्र ही पेयजल की आपूर्ति शुरू की जाएगी।
सुनील कुमार सिंह, कनीय अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग