न मास्क का उपयोग, न शारीरिक दूरी का पालन

कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते प्रसार को देखते हुए राज्य सरकार ने लाकडाउन की अवधि बढ़ा दी है। साथ ही प्रशासन को सख्ती से इसका पालन कराने का निर्देश दिया है लेकिन गिरिडीह में लोग खुल्लेआम लाकडाउन और सरकार के दिशानिर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं वहीं प्रशासन भी कार्रवाई करने के बजाए मूकदर्शक बना हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 06:30 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 06:15 AM (IST)
न मास्क का उपयोग, न शारीरिक दूरी का पालन
न मास्क का उपयोग, न शारीरिक दूरी का पालन

गिरिडीह : कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते प्रसार को देखते हुए राज्य सरकार ने लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दी है। साथ ही प्रशासन को सख्ती से इसका पालन कराने का निर्देश दिया है, लेकिन गिरिडीह में लोग खुल्लेआम लॉकडाउन और सरकार के दिशानिर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं, वहीं प्रशासन भी कार्रवाई करने के बजाए मूकदर्शक बना हुआ है। प्रशासन की नजर में सबकुछ ठीक चल रहा है। यही वजह है कि इस मामले में किसी तरह की कोई प्रशासनिक कार्रवाई नहीं की जा रही है। पुलिस प्रशासन की ओर से लॉकडाउन सेल को उपलब्ध कराए गए साप्ताहिक प्रतिवेदन से ऐसा ही प्रतीत होता है।

बता दें कि लॉकडाउन उल्लंघन के मामले में की जानेवाली कार्रवाई से संबंधित साप्ताहिक प्रतिवेदन लॉकडाउन सेल एवं वरीय पदाधिकारियों को उपलब्ध कराया जाता है। प्रतिवेदन में सार्वजनिक स्थलों में मास्क नहीं पहनने, शारीरिक दूरी का पालन नहीं करने, सार्वजनिक स्थलों में थूकने, गुटखा, पान, तंबाकू आदि नशीले पदार्थो का सेवन करने आदि से संबंधित कितने मामले आए, इसकी जानकारी देनी होती है। साथ ही ऐसे मामलों में कितनी प्राथमिकी दर्ज हुई, कितने को गिरफ्तार किया गया और कितने लोगों से जुर्माना वसूला गया, यह रिपोर्ट भी देनी होती है, लेकिन गत सप्ताह दिए गए प्रतिवेदन में सभी मामलों में शून्य दर्शाया गया है। अर्थात रिपोर्ट के मुताबिक न तो ऐसा कोई मामला सामने आया और न ही कोई कार्रवाई की गई। हालांकि सरकार से कोई स्पष्ट दिशानिर्देश नहीं मिलने के कारण भी पुलिस पदाधिकारी असमंजस की स्थिति में हैं। लॉकडाउन सेल में प्रतिनियुक्त एक पदाधिकारी ने बताया कि मास्क नहीं पहनने, तंबाकू, गुटका आदि खाकर सार्वजनिक स्थलों में थूकने आदि मामलों में जुर्माना वसूलना है, जुर्माना की राशि क्या होगी, यह निर्धारित नहीं है। ऐसे जुर्माना कैसे वसूला जा सकता है।

बहरहाल, जानकारों का कहना है कि लॉकडाउन उल्लंघन मामले में कार्रवाई नहीं होने से लोगों का भय खत्म होने लगा है। लोग कोरोना की रोकथाम को ले जारी दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं। यदि यही स्थिति रही तो कोरोना को हराना मुश्किल होगा।

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