व्यवसायी बंधुओं की हत्या की जांच को पहुंची जमुई पुलिस

संवाद सहयोगी तिसरी (गिरिडीह) पंदनाटांड़ के दोनों भाइयों अंशु और चंदन की हत्या के बाद र

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 09:45 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 09:45 PM (IST)
व्यवसायी बंधुओं की हत्या की जांच को पहुंची जमुई पुलिस
व्यवसायी बंधुओं की हत्या की जांच को पहुंची जमुई पुलिस

संवाद सहयोगी, तिसरी (गिरिडीह): पंदनाटांड़ के दोनों भाइयों अंशु और चंदन की हत्या के बाद रविवार को जमुई के डीएसपी प्रशांत कुमार, प्रशिक्षु डीएसपी आदित्य कुमार, एसआइ नागेंद्र कुमार व एके आजाद की एक टीम पीड़ित परिवार के घर पहुंची। वहां चंदन की पत्नी प्रिया देवी और उनकी मां अनिता देवी से पीर बाबा से कैसे संपर्क हुआ, इसकी जानकारी ली।

इसके पूर्व तिसरी थाना पहुंचकर थाना प्रभारी से इस मामले में पदाधिकारियों ने जानकारी ली। चंदन की पत्नी ने बताया कि तीन साल पहले उसकी तबीयत खराब होने की स्थिति में जमुई के सोनो में पीर बाबा उर्फ प्रभाकर मंडल से मिलने वह अपने पति के साथ गई थी। उस समय सोने की एक मूर्ति बंद बर्तन में घर में रखने दिया था। पीर बाबा के भाई दिवाकर मंडल भी वहां पर मौजूद था। उसने मिलकर पैसा डबल नहीं चार गुणा करने का लालच दिया था। पीर बाबा ने एक कमरे में दो हजार की गड्डी बिछावन पर फैला हुआ दिखाया था। इसके बाद उसके पति व देवर को उन्होंने कैसे अपनी चंगुल में ले लिया, वह पता नहीं। कई बार पीर बाबा अपने पास फोन से संपर्क कर उसे बुलाते थे।

पीर बाबा उर्फ प्रभाकर मंडल अपने दो साथियों के साथ उनके मुंबई स्थित घर आए थे और बैग में भरकर रुपया ले गए थे। दोनों भाइयों को कई अलग अलग नंबर से पीर बाबा फोन कर बात करते थे। दिल्ली, अजमेर व कई धर्मस्थल पर उन्हें बुलाया जाता था। ये सब बातें हमें नहीं बताई जाती थी। बाद में पूछने पर बताते थे कि बाबा के पास गए थे। क्यों गए व क्या हो रहा है इसकी जानकारी नहीं दी जाती थी। कहते थे कि तुमलोगों को बताएंगे तो मौत हो जाएगी। बहुत गड़बड़ हो जाएगा। वे कुछ भी बताने से इन्कार कर देते थे। चालीस से पैंतालीस लाख रुपया पीर बाबा ने उनसे लिया था। इसके अलावा कई तथ्यों की जानकारी दी गई। मां अनिता देवी ने बताया कि दो साल बाद पता चला कि लोगों से बेटों ने कर्ज उठाया है। पहले पता होता तो मना कर देते। बाबा ने एक साजिश के तहत मेरे दोनो बेटों को फंसाकर पैसा भी लिया और जान भी मार दिया। यह कहकर वह रोने लगी।

बता दें कि इस मामले में खैरा थाना पुलिस ने चार नामजदों में दो आरोपित दिवाकर मंडल व कारू मियां को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। मुख्य आरोपित पीर बाबा उर्फ प्रभाकर मंडल व दया दास को अभी भी पुलिस नहीं पकड़ सकी है। खैरा पुलिस के दोनों भाइयों के मामले को नहीं लेने की बात पर डीएसपी प्रशांत कुमार कुछ भी बोलने से बचते रहे।

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